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नूंह में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मस्जिदों से ऐलान, राहत सामग्री के 12 ट्रक रवाना

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पंजाब में भारी बारिश के कारण आई विनाशकारी बाढ़ ने वहां के जनजीवन को पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है। इस संकट की घड़ी में देश के सबसे पिछड़े और अल्पसंख्यक बाहुल्य जिले नूंह मेवात ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुई इस मुहिम ने अब एक जन आंदोलन का रूप ले लिया है, जिसमें मेवात के हर गांव और हर तबके के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रयास की स्थानीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक व्यापक प्रशंसा हो रही है और यह मेवात की एकता, सामाजिक जिम्मेदारी और मानवीय संवेदनशीलता का जीवंत उदाहरण बन चुका है।

इस सराहनीय पहल की शुरुआत फिरोजपुर झिरका के झोपड़ी क्लब तथा पुन्हाना क्षेत्र के लोगों ने की। क्लब के सक्रिय सदस्य अख्तर अली ने बताया कि जैसे ही पंजाब में बाढ़ की खबरें सामने आईं, मेवात के युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को एकजुट करना शुरू किया। देखते ही देखते यह अभियान पूरे मेवात में फैल गया। गांव गांव में राहत सामग्री इकट्ठा करने की होड़ मच गई। आटा, चावल, तेल, भैंसों का चारा, कपड़े और अन्य जरूरी सामान जुटाया गया। इस अभियान को गति देने के लिए हिदायत कमांडो, समय सिंह सलम्बा, मुबारक अटेरना सहित एक समर्पित टीम ने पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस टीम ने पीड़ितों से मुलाकात की, उनका हाल चाल जाना और राहत सामग्री का वितरण किया। जिनकी सोशल मीडिया पर तस्वीर आने के बाद यह मुहीम और गति पकड़ने लगी। मेवात के गांव गुमट बिहारी, छारोडा और धुलावट में मस्जिदों से ऐलान कराकर राहत सामग्री जुटाने का सिलसिला शुरू किया गया। इस ऐलान ने लोगों में उत्साह भर दिया और बच्चे, बूढ़े, जवान, महिलाएं सभी इस पुण्य कार्य में जुट गए। जमीयत उलमा-ए-मेवात का एक सम्मानित प्रतिनिधि मंडल, जिसका नेतृत्व हजरत मौलाना मुहम्मद याहया करीमी कर रहे हैं, जिनकी राहत सामग्री से भरी एक बड़ी गाड़ी लेकर पंजाब रवाना की गई। इस मंडल में मास्टर मुहम्मद कासिम कारी मुहम्मद असलम, मुफ्ती सलीम, अहमद सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं, जो इंसानियत और सेवा की भावना से प्रेरित हैं। इसके अलावा के प्रमुख नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी बढ़ - चढ़कर हिस्सा लिया। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता इंजीनियर इब्राहिम बिसरू, विधायक मामन खान और पुन्हाना के चेयरमैन इरशाद ने बाढ़ पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की। इसके अलावा रशीद अहमद एडवोकेट और लहरवाड़ी के निवासियों ने भी इस अभियान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। मेवात के लोग दिन रात इस कार्य में जुटे हुए हैं और अब तक राहत सामग्री से भरे 12 ट्रक पंजाब के लिए रवाना किए जा चुके हैं। मदद का यह अभियान सोशल मीडिया पर एक छोटी सी आवाज के रूप में शुरू हुआ था, जो अब एक क्रांति बन चुका है। मेवात के युवाओं ने सोशल मीडिया का उपयोग न केवल जागरूकता फैलाने के लिए किया, बल्कि लोगों को एक मंच पर लाकर इस पहल को व्यापक बनाया। यह प्रयास न केवल पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत का काम कर रहा है, बल्कि मेवात की एकता, सामाजिक जिम्मेदारी और मानवीय मूल्यों को भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित कर रहा है। इस मानवीय पहल की प्रशंसा न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे हरियाणा और पंजाब में हो रही है। यह अभियान मेवात के लोगों के जज्बे और उनकी सामाजिक एकजुटता का प्रतीक बन गया है। पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए मेवात की यह पहल न केवल राहत सामग्री पहुंचा रही है, बल्कि यह भी दिखा रही है कि संकट के समय में मानवता की भावना सीमाओं को पार कर सकती है।

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