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10 बड़ी बातें: नेपाल में जमकर हुई हिंसा, आगजनी और लूटपाट, हर मंत्री हुआ Gen-Z के गुस्से का शिकार, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ

सोशल मीडिया पर सरकारी प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए छात्रों के नेतृत्व वाले जेन-Z विरोध प्रदर्शन ने एक बड़े अभियान का रूप ले लिया, जो भ्रष्टाचार और आम लोगों के प्रति उदासीनता को लेकर ओली सरकार और देश के राजनीतिक अभिजात वर्ग की बढ़ती सार्वजनिक आलोचना से उपजा है। क्या-क्या हुआ अब तक नेपाल में जानते हैं 10 बड़ी बातें।
Nepal crisis

नेपाल में युवाओं का विद्रोह (PTI)

Crisis in Nepal: नेपाल एक गंभीर राजनीतिक संकट से जूझ रहा है युवा जनता ने पूरी तरह विद्रोह कर दिया है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दूसरे दिन भी भारी विरोध प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी इमारतों पर धावा बोल दिया और संसद के साथ-साथ कई प्रमुख नेताओं के घरों में आग लगा दी। एक दिन पहले ही हिंसा में 19 लोगों की मौत हो गई थी। सोशल मीडिया पर सरकारी प्रतिबंध के खिलाफ शुरू हुए छात्रों के नेतृत्व वाले जेन-Z विरोध प्रदर्शन ने एक बड़े अभियान का रूप ले लिया, जो भ्रष्टाचार और आम लोगों के प्रति उदासीनता को लेकर ओली सरकार और देश के राजनीतिक अभिजात वर्ग की बढ़ती सार्वजनिक आलोचना से उपजा है। क्या-क्या हुआ अब तक नेपाल में जानते हैं 10 बड़ी बातें।

1. प्रदर्शनकारियों की आगजनी और हिंसा जारी

ओली के इस्तीफे के बाद भी कर्फ्यू और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती का उल्लंघन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और हिंसा जारी रखी, जिसके बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने शांति और राष्ट्रीय एकता की अपील की। पौडेल ने एक बयान में कहा, मैं प्रदर्शनकारी नागरिकों सहित सभी से देश की कठिन परिस्थिति के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सहयोग करने का आग्रह करता हूं। शाम को नेपाली सेना ने संकट को सुलझाने के लिए शांति और बातचीत का आह्वान किया। लेकिन इसका कोई असर होता नहीं दिखा। सड़कों पर आगजनी, लूटपाट जारी रही।

2. सेना ने संभाली कमान

काठमांडू घाटी और देश के कई अन्य हिस्सों में हिंसक अशांति के एक दिन बाद मंगलवार रात 10 बजे से सेना ने सुरक्षा की कमान संभाल ली। सेना ने चेतावनी दी कि अगर ऐसी गतिविधिया जारी रहीं तो हिंसा को रोकने के लिए सभी सुरक्षा तंत्रों को तैनात किया जाएगा। एक वीडियो संदेश में सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल ने प्रदर्शनकारी समूहों से अपना आंदोलन स्थगित करने और बातचीत शुरू करने का आग्रह किया। हालांकि सोशल मीडिया पर प्रतिबंध कल देर रात हटा लिया गया था, लेकिन मंगलवार को विरोध प्रदर्शनों की तीव्रता बढ़ गई। आंदोलन का केंद्र सोमवार को पुलिस कार्रवाई में 19 लोगों की मौत और भ्रष्टाचार और राजनीतिक अभिजात वर्ग की विलासितापूर्ण जीवनशैली जैसे बड़े मुद्दों पर केंद्रित हो गया।

3. मंत्रियों के घर फूंके, पूर्व प्रधानमंत्री खनल की पत्नी को जलाया

दल्लू में एक भीड़ ने पूर्व प्रधानमंत्री झाला नाथ खनल के घर में आग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घर के अंदर फंसी उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार गंभीर रूप से जल गईं। बताया जाता है कि अस्पताल में उनकी मौत हो गई। ओली के इस्तीफ़े से कुछ घंटे पहले, प्रदर्शनकारियों ने बालकोट स्थित नेपाली नेता के निजी घर में आग लगा दी और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल, संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की संपत्तियों पर हमला किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई प्रमुख नेताओं के घरों और कार्यालयों में आग लगा दी गई।

4. बातचीत के जरिए संकट का समाधान करने की अपील

स्थिति के तेजी से बिगड़ने के साथ, नेपाली सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने एक संयुक्त अपील जारी कर संयम बरतने और बातचीत के जरिए संकट का समाधान निकालने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, चूंकि राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री का इस्तीफा पहले ही स्वीकार कर लिया गया है, इसलिए हम सभी से संयम बरतने और इस कठिन परिस्थिति में जान-माल का और नुकसान न होने देने का आह्वान करते हैं। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान ही व्यवस्था और स्थिरता बहाल करने का एकमात्र तरीका है। इस बयान पर नेपाली सेना प्रमुख अशोक राज सिगदेल, मुख्य सचिव एक नारायण आर्यल, गृह सचिव गोकर्ण दावडी, सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) प्रमुख राजू आर्यल, पुलिस महानिरीक्षक चंद्र कुबेर खापुंग और राष्ट्रीय जाँच विभाग के प्रमुख हुतराज थापा ने हस्ताक्षर किए।

5. पीएम ओली ने दिया इस्तीफा

पीएम ओली ने सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पुलिस कार्रवाई में कम से कम 19 लोगों की मौत और व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी निष्क्रियता के लिए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के उनके कार्यालय में घुसने और नारे लगाने और उन्हें हटाने की मांग करने के तुरंत बाद पद छोड़ दिया। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को लिखे अपने त्यागपत्र में, 73 वर्षीय नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के नेता ने नेपाल के समक्ष मौजूद असाधारण परिस्थितियों का हवाला दिया और कहा कि वह वर्तमान स्थिति के संवैधानिक और राजनीतिक समाधान का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पद छोड़ रहे हैं। चीन के करीबी माने जाने वाले ओली, नेपाली कांग्रेस पार्टी के समर्थन से जुलाई 2024 में चौथी बार प्रधानमंत्री बने थे। इसी महीने उनका भारत दौरा होने वाला था।

6. पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के घर को भी आग लगाई

आंदोलनकारियों ने "केपी चोर, देश छोड़ो" और "भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो" जैसे नारे लगाए। अधिकारियों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के काठमांडू के नायकप स्थित आवास को भी आग के हवाले कर दिया। यह उनके पद से इस्तीफा देने के ठीक एक दिन बाद हुआ था। काठमांडू के कलंकी, कालीमाटी, तहाचल और बानेश्वर के साथ-साथ ललितपुर जिले के च्यासल, चापागौ और थेचो इलाकों से भी प्रदर्शन की खबरें आईं। प्रदर्शनकारियों, जिनमें ज्यादातर छात्र थे, जिन्होंने सार्वजनिक समारोहों पर लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए "छात्रों की हत्या मत करो" जैसे नारे लगाए।

7. संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास पर पथराव

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही सड़कें जाम करने के लिए टायर जलाए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आंदोलनकारी युवाओं ने ललितपुर जिले के सुनाकोठी स्थित संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास पर भी पथराव किया। गुरुंग ने सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था। उन्होंने काठमांडू के बुधनीलकांठा स्थित पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के घर में भी तोड़फोड़ की।

8. फिजूलखर्ची वाली जीवनशैली बनी मु्द्दा

जनरेशन जेड समूह, जो कुछ समय से भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला रहा है, उसने रेडिट और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल मंत्रियों और अन्य प्रभावशाली हस्तियों के बच्चों की फिजूलखर्ची वाली जीवनशैली को उजागर करने के लिए किया है। उन्होंने वीडियो और तस्वीरें पोस्ट करके उन धन-संपत्ति के स्रोतों पर सवाल उठाए हैं जिनसे ऐसी समृद्धि का वित्तपोषण होता है, और जो कथित तौर पर भ्रष्ट आचरण से प्राप्त होती है।

9.अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी की मांग

नेपाल सरकार ने फेसबुक और 'एक्स' सहित 26 सोशल मीडिया साइटों को सरकारी पंजीकरण न कराने के कारण प्रतिबंधित करने का आदेश दिया था। जनरेशन जेड कार्यकर्ताओं के अनुसार, प्रदर्शनकारियों की अन्य मांगों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी और राजनीतिक पदों पर आसीन लोगों के लिए रिटायर होने की उम्र निर्धारित करना शामिल है। नेपाल सेना ने भी एक अलग बयान जारी कर देश की स्वतंत्रता, संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, स्वतंत्रता और राष्ट्रीय एकता की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

10. प्रदर्शनकारी युवा आज करेंगे बैठक

इस बीच, जेनरेशन Z के प्रदर्शनकारी नेता सुदान गुरुन और अन्य, आज अपनी आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक करेंगे। राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने सभी पक्षों से संयम बरतने और और नुकसान न करने की अपील की।

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अमित कुमार मंडल author

पत्रकारिता के सफर की शुरुआत 2005 में नोएडा स्थित अमर उजाला अखबार से हुई जहां मैं खबरों की दुनिया से रूबरू हुआ। यहां मिले अनुभव और जानकारियों ने खबरों ...और देखें

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