भारत के ये शहर मशहूर हैं अपने शाही महलों के लिए, जहां होता है इतिहास और वास्तुकला का संगम
भारत के कई शहर अपनी भव्यता और शाही विरासत के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। यहां के महल (Palace) सिर्फ पत्थरों की इमारतें नहीं बल्कि इतिहास और वास्तुकला का अद्भुत संगम हैं। ये महल आज भी शान से भारत की सांस्कृतिक विरासत की कहानी कहते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इनके बारे में।
मैसूर पैलेस, मैसूर
मैसूर महल, जिसे अंबा विलास पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे प्रसिद्ध और सर्वाधिक देखे जाने वाले स्थलों में से एक है। इंडो-सारसेनिक शैली में निर्मित इस महल में जटिल नक्काशी, रंगीन कांच की खिड़कियां और आकर्षक गुंबद हैं। दरबार हॉल इसकी भव्यता का मुख्य केंद्र है जहां भव्य स्तंभ और शानदार झूमर देखने को मिलते हैं।
सिटी पैलेस, जयपुर
जयपुर के केंद्र में स्थित सिटी पैलेस एक भव्य महल परिसर है जिसमें सुंदर आंगन, बगीचे और इमारतें हैं। यह कभी जयपुर के महाराजा का आधिकारिक निवास हुआ करता था। महल की प्रमुख आकर्षणों में मुबारक महल है जहां शाही वस्त्रों का संग्रहालय और चंद्र महल है, जो आज भी शाही परिवार का निवास स्थान है।
उमैद भवन पैलेस, जोधपुर
दुनिया के सबसे बड़े निजी निवासों में से एक, उमैद भवन पैलेस एक भव्य बालू पत्थर की इमारत है, जिसका निर्माण 1928 से 1943 के बीच हुआ था। इसे महाराजा उमैद सिंह ने अकाल के समय हज़ारों लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से बनवाया था।
सिटी पैलेस, उदयपुर
लेक पिछोला के किनारे स्थित उदयपुर का सिटी पैलेस एक भव्य संरचना है, जिसमें राजस्थानी और मुगल वास्तुकला की झलक मिलती है। महल से झील और अरावली की पहाड़ियों का सुंदर दृश्य दिखाई देता है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है।
लेक पैलेस, उदयपुर
लेक पिछोला की झील के बीच एक द्वीप पर स्थित लेक पैलेस भारत के सबसे रोमांटिक और आकर्षक महलों में से एक है। इसका निर्माण 18वीं शताब्दी में महाराणा जगत सिंह द्वितीय ने अपनी गर्मियों की छुट्टियों के लिए करवाया था। यह महल पूरी तरह से सफेद संगमरमर से बना है और आज एक शानदार लक्जरी होटल के रूप में संचालित होता है।
रामबाग पैलेस, जयपुर
रामबाग पैलेस की शुरुआत एक शिकारगाह के रूप में हुई थी, जिसे बाद में जयपुर के महाराजाओं का राजसी निवास बना दिया गया। आज यह महल एक लक्जरी हेरिटेज होटल के रूप में कार्य करता है, जो इतिहास और आधुनिक भव्यता का अनूठा संगम प्रस्तुत करता है। महल की संगमरमर की गलियां, हरे-भरे बगीचे और भव्य आंतरिक सजावट इसकी खास पहचान हैं।
लक्ष्मी विलास पैलेस, वडोदरा
ऐसा कहा जाता है वडोदरा का लक्ष्मी विलास पैलेस ब्रिटेन के बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा है। यह विशाल महल 1890 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय द्वारा बनवाया गया था। इस महल में भव्य हॉल, झूमर, वेनिशियन मोज़ेक फ़्लोरिंग और बेल्जियम से मंगवाए गए रंगीन कांच की खिड़कियां हैं, जो इसकी भव्यता को और बढ़ाते हैं।
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