2400 KM प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा, धूल और बर्फ के धुंधले छल्ले... इस रहस्यमयी संसार में क्या रह सकता है कोई इंसान
Mysterious Planet: अनंत ब्रह्मांड में मौजूद असंख्या आकाशगंगाओं में से एक मिल्की वे के एक सौरमंडल में मौजूद आठ ग्रहों में से एक पृथ्वी पर आप और हम रहते हैं और खगोलविद लगातार दूसरी दुनियाओं में जीवन की खोज में जुटे हुए हैं। ऐसे में खगोलविद उन्नत और बड़े टेलीस्कोपों की मदद से अंतरिक्ष की गहराइयों में झांकते हैं और नए-नए रहस्यों से पर्दा उठाते रहते हैं, लेकिन आज हम बात अपने सौरमंडल में मौजूद एक ऐसे रहस्यमयी ग्रह की करेंगे, जो देखने में बेहद खूबसूरत है, लेकिन असलियत इससे काफी अलग है तो चलिए विस्तार से सौरमंडल के चौथे सबसे बड़े ग्रह के रहस्यों को समझते हैं।
रहस्यों का संसार
हम जिस ग्रह की बात कर रहे हैं वह सौरमंडल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह तो है ही, लेकिन उसे God of Sea भी कहा जाता है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि हम बात नेपच्यून की कर रहे हैं, जो शक्तिशाली तूफानों, गहरे रहस्यों और लुभावनी सुंदरता का संसार है। (फोटो साभार: iStock)
सौरमंडल की सबसे तेज हवाओं वाला ग्रह
नेपच्यून भले ही दूर हो, लेकिन शांत तो बिल्कुल नहीं है। नेपच्यून पर लगभग 2400 KM प्रति घंटे की रफ्तार से सौरमंडल की सबसे तेज हवाएं चलती हैं। इस ग्रह पर धूल और बर्फ से बने धुंधले छल्ले भी हैं, जो इसके रहस्यमय आकर्षण को और बढ़ा देते हैं। (फोटो साभार: iStock)
नीला क्यों दिखता है नेपच्यून
नेपच्यून का चमकदार नीला रंग इसके वातावरण में मौजूद मीथेन गैस की वजह से है, जो सूर्य की किरणों को अवशोषित कर लेती है और नीली किरणों को परावर्तित करती है। नेपच्यून का वातावरण मुख्य रूप से हाइड्रोजन, हीलियम और मीथेन से बना है। (फोटो साभार: iStock)
क्या है ग्रेट डार्क स्पॉट
वॉयेजर 2 अंतरिक्ष यान ने 1989 में नेपच्यून में एक विशालकाय तूफान की खोज की थी जिसे ग्रेट डार्क स्पॉट नाम दिया गया। इसका आकार लगभग पृथ्वी के आकार के समान था। हालांकि, बाद में अवलोकनों में यह स्पॉट गायब हो गया था और नए धब्बे बनते हुए देखे गए। (फोटो साभार: iStock)
क्या रहने योग्य है नेपच्यून
नेपच्यून एक गैसीय दानव है जिसका मतलब साफ है कि उसकी कोई ठोस सतह नहीं है और पर 2400 KM प्रति घंटे की गति से हवाएं चलती हैं। इसके अलावा नेपच्यून का औसत तापमान लगभग -200 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। (फोटो साभार: iStock)
नेपच्यून में कितने दिनों का होता है एक साल
सूर्य से 449.6 करोड़ किलोमीटर दूर मौजूद नेपच्यून में लगभग 16 घंटे का एक दिन होता है और इसे सूर्य की एक परिक्रमा लगाने में 164 साल का समय लगता है जिसका मतलब है कि जब पृथ्वी में 164 साल गुजरते हैं तब जाकर नेपच्यून पर एक साल बीतता है। (फोटो साभार: iStock)
नेपच्यून के पास कितने चांद हैं?
बकौल नासा, नेपच्यून के पास 16 ज्ञात चंद्रमा हैं जिनमें ट्राइटन सबसे बड़ा है जिसकी खोज 10 अक्टूबर, 1846 को विलियम लासेल ने की थी। नेपच्यून के अन्य चंद्रमाओं में नेरिड, प्रोटियस और लारिसा शामिल हैं। (फोटो साभार: iStock)
एशिया कप 2025 के पहले ही मैच में बन गया कैच छूटने का वर्ल्ड रिकॉर्ड
श्री श्री रविशंकर का हेल्दी मंत्र! बोले फिट रहने के लिए जरूर अपनाएं खानपान की ये सिंपल सी आदतें
अंदर से कैसी दिखती है यूपी की नंबर वन यूनिवर्सिटी BHU, एडमिशन के लिए लगती है लंबी लाइन
iPhone 17 Series: 4 नए आईफोन हुए लॉन्च, जानें सभी की भारत में कीमत और फीचर्स
डेवाल्ड ब्रेविस ने SA20 में तोड़े सारे रिकॉर्ड, IPL से इतने करोड़ रुपए ज्यादा होगी कमाई
IND vs UAE Asia Cup 2025 Toss Time Live Today: आज का टॉस कौन जीता, भारत बनाम यूएई
Viral Video: नीले ड्रम की वजह से सांड समाज में डर का माहौल! नजारा देखकर मदद को दौड़े लोग
सीएम मोहन यादव ने की कोलकाता में निवेशकों के साथ अहम बैठक; कहा- हर सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रहा है प्रदेश
अनुपमा में गौरव खन्ना की कास्टिंग के खिलाफ थी पूरी दुनिया...फिर भी राजन शाही ने दिया मौका, बन गए स्टार
मोबाइल यूजर्स को मिली बड़ी राहत, चुपके से लॉन्च हुआ 50 दिन वाला प्लान, मिलेगी अनलिमिटेड कॉलिंग
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited