पहले दिन लक्ष्य सेन के निराशा के बाद दूसरे दिन भारत के लिए अच्छी खबर सामने आई, जब पीवी सिंधू और एचएस प्रणय ने जीत के साथ अपने सफर की शुरुआत की। विश्व की 15वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू शुरुआत में थोड़ी असहज नजर आई लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपनी लय हासिल कर ली और जीत दर्ज करने में सफल रहीं।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और पूर्व चैंपियन पी वी सिंधू और एचएस प्रणय मंगलवार को यहां बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में सीधे गेम में जीत के साथ क्रमशः महिला और पुरुष एकल के दूसरे दौर में पहुंच गए। विश्व की 15वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू शुरुआत में थोड़ी असहज नजर आई लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपनी लय हासिल कर ली और अपने आक्रामक खेल का शानदार नजारा पेश करते हुए महिला एकल के अपने पहले दौर के मुकाबले में 69वीं रैंकिंग की बुल्गारिया की कालोयाना नलबांटोवा को 23-21, 21-6 से हराया।
वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप (साभार-BAI)
विश्व में 34वें नंबर के खिलाड़ी प्रणय ने 47 मिनट तक चले मुकाबले में फिनलैंड के विश्व में 47वें नंबर के खिलाड़ी जोकिम ओल्डॉर्फ को 21-18, 21-15 से हराया। रोहन कपूर और रूथविका शिवानी गड्डे की मिश्रित युगल जोड़ी ने भी मकाऊ के लियोंग इओक चोंग और एनजी वेंग ची को 47 मिनट में 18-21, 21-16, 21-18 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया।
सिंधू का अगला मुकाबला थाईलैंड की करुपाथेवन लेटशाना से होगा, जबकि प्रणय का सामना दूसरे वरीय एंडर्स एंटोनसेन से हो सकता है। भारत की 30 वर्षीय खिलाड़ी सिंधू को शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा और उन्होंने कुछ गलतियां की जिसके कारण एक समय वह 0-4 से पीछे चल रही थी। नलबांटोवा ने दबाव बनाए रखते हुए 9-5 की बढ़त बना ली थी और इंटरवल तक वह 11-7 से आगे थी।
ब्रेक के बाद सिंधू ने अपनी लय पकड़ी और अपने पसंदीदा क्रॉस-कोर्ट विनर सहित कई स्मैश लगाकर स्कोर 12-12 से बराबर कर दिया। बुल्गारियाई खिलाड़ी की दो गलतियों ने सिंधू को 14-12 की बढ़त दिला दी, लेकिन दोनों खिलाड़ियों के बीच अंक की अदला-बदली के कारण बढ़त में उतार-चढ़ाव आता रहा।
नलबांटोवा के पास 19-20 के स्कोर पर एक गेम प्वाइंट था, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाईं। बुल्गारिया की खिलाड़ी को एक और गेम प्वाइंट मिला लेकिन वह इसे भुनाने में भी नाकाम रही। सिंधू ने इसके बाद पहले गेम प्वाइंट पर ही गेम अपने नाम कर दिया।
सिंधू में दूसरे गेम में अच्छी शुरुआत की और जल्द ही 5-1 की बढ़त बना ली। इसके बाद नलबांटोवा ने अंतर को 5-6 कर दिया, लेकिन भारतीय खिलाड़ी इंटरवल तक छह अंक से आगे थी। इसके बाद यह मैच एकतरफा हो गया क्योंकि सिंधू ने अपनी बढ़त 17-5 कर ली। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद 15 मैच प्वाइंट हासिल किए और दूसरे को भुनाकर मैच अपने नाम कर दिया।
प्रणय शुरुआत में थोड़ा पीछे हो गए, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपनी लय हासिल कर ली और क्रॉस कोर्ट स्मैश से स्कोर 8-7 कर दिया। उन्होंने फोरहैंड क्रॉस से स्कोर 10-8 किया और फिर सीधे स्मैश से दो अंकों की बढ़त बना ली। ओल्डॉर्फ ने हालांकि अच्छी वापसी करके स्कोर 16-16 से बराबर कर दिया।
फिनलैंड के खिलाड़ी की लगातार गलतियों ने भारतीय खिलाड़ी को तीन गेम प्वाइंट दिला दिए। प्रणय ने दूसरे गेम प्वाइंट पर पहला गेम अपने नाम किया।
दूसरे गेम में शुरू में भारतीय खिलाड़ी 7-4 से आगे था और इंटरवल तक उन्होंने तीन अंक की बढ़त बना रखी थी। प्रणय ने रैलियों में अपना दबदबा बनाए रखा और जल्द ही उन्होंने 17-11 की बढ़त बना ली। इसके बाद उन्होंने मैच जीतने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं की।