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देश में लोकतंत्र का अभाव, चुनौतियां से घिरा हुआ है संविधान: उपराष्ट्रपति पद उम्मीदवार सुदर्शन

Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने शनिवार को कहा कि देश में ‘‘लोकतंत्र का अभाव’’ है और संविधान चुनौतियों से घिरा हुआ है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में संसद में गतिरोध भी आवश्यक है, लेकिन इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अभिन्न अंग नहीं बनने देना चाहिए।

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Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने शनिवार को कहा कि देश में ‘‘लोकतंत्र का अभाव’’ है और संविधान चुनौतियों से घिरा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि इस महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर चुने जाने की स्थिति में वह संविधान की रक्षा और संरक्षण के लिए संकल्पित रहेंगे।

उपराष्ट्रपति पद लिए विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी (फोटो साभार: ANI)

सुदर्शन रेड्डी ने क्या कुछ कहा?

रेड्डी ने समाचार एजेंसी भाषा को दिए एक विस्तृत साक्षात्कार में अपनी उम्मीदवारी, संविधान की प्रस्तावना में ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों पर बहस तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उन पर नक्सलवाद का समर्थन करने का आरोप लगाए जाने सहित कई मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में संसद में गतिरोध भी आवश्यक है, लेकिन इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अभिन्न अंग नहीं बनने देना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि पहले घाटे वाली अर्थव्यवस्था की बात होती थी, लेकिन अब ‘‘डेफिसिट इन डेमोक्रेसी’’ (लोकतंत्र का अभाव) है।

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