चूड़ियों के लिए मशहूर है भारत का यह शहर जहां होता है कांच की कारीगरी का जादू
क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा शहर है जो अपनी कांच की चूड़ियों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है? यहां की कारीगरी में हर रंग और हर आकार की चूड़ियों में जादू सा बसा होता है। हर साल यहां बड़ी संख्या में चूड़ियों का निर्माण होता है, जो देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजी जाती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस शहर के बारे में।
चूड़ी का सांस्कृतिक महत्व
चूड़ी केवल एक आभूषण नहीं है, बल्कि भारतीय महिलाओं के जीवन का अभिन्न हिस्सा है। यह शादीशुदा महिलाओं के लिए सुहाग का प्रतीक मानी जाती है और धार्मिक व सामाजिक आयोजनों में इसे पहनना सौभाग्य और सम्मान का प्रतीक होता है। (फोटो: Canva)
चूड़ियों के प्रकार
भारत में चूड़ियों के अनेक प्रकार पाए जाते हैं। इनमें लाक की चूड़ियां पारंपरिक और रंग-बिरंगी होती हैं, पीतल और धातु की चूड़ियां मजबूत और टिकाऊ होती हैं, जबकि सोने और चांदी की चूड़ियां शाही और महंगी गहनों के रूप में पहनी जाती हैं। (फोटो: Canva)
कांच की चूड़ी
कांच की चूड़ी भारतीय महिलाओं में सबसे अधिक लोकप्रिय है। इसकी चमक, रंगों की विविधता और हल्कापन इसे अन्य चूड़ियों की तुलना में अलग बनाता है। खास अवसरों और त्योहारों में रंग-बिरंगी कांच की चूड़ियां पहनने की परंपरा है। (फोटो: Canva)
चूड़ियों का शहर
आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद शहर कांच की चूड़ियों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसे ‘चूड़ियों का शहर’ कहा जाता है क्योंकि यहां पर बड़े पैमाने पर चूड़ियों का उत्पादन होता है। (फोटो: Canva)
चूड़ियों का उत्पादन और उद्योग
फिरोजाबाद में चूड़ियों का उत्पादन एक लघु उद्योग के रूप में विकसित हुआ है। यहां दर्जनों फैक्ट्री और कार्यशालाएं हैं, जो कांच की चूड़ियां बनाने के साथ-साथ रंगों और डिजाइनों में भी बदलाव करती हैं। इस उद्योग में हजारों लोग कार्यरत हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। (फोटो: Canva)
कांच की चूड़ी बनाने की प्रक्रिया
चूड़ियां बनाने के लिए सबसे पहले कांच तैयार किया जाता है। इसमें रेत, सोडा और कलई का मिश्रण इस्तेमाल होता है। रेत में मिट्टी का भाग कम और पत्थर का भाग अधिक होना चाहिए ताकि कांच की बनावट मजबूत और साफ हो। मिश्रण को उच्च तापमान में गलाकर उसे चूड़ियों के आकार में ढाला जाता है और फिर रंगों से सजाया जाता है। (फोटो: Canva)
रेत का स्रोत
कांच बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली रेत महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश से लाई जाती है। खासकर राजस्थान के बूंदी की रेत में 0.6% लौह अयस्क (Iron ore) पाया जाता है, जो कांच की सफेदी और चमक के लिए आवश्यक है। (फोटो: Canva)
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