किस देश ने बनाया था दुनिया का पहला स्पेस स्टेशन? जवाब- अमेरिका नहीं है

जब बात अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन की होती है, तो अक्सर हम सोचते हैं कि ये उपलब्धि अमेरिका की है। लेकिन असल में, दुनिया का पहला सफल स्पेस स्टेशन बनाने वाला देश अमेरिका नहीं, बल्कि सोवियत संघ (USSR) था। सोवियत संघ ने 1971 में “सैल्यूट 1” नामक अपना पहला स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में स्थापित किया था। यह एक बड़ा मील का पत्थर था जिसने मानवता के लिए अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने का रास्ता खोला।

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सैल्यूट 1: पहला अंतरिक्ष स्टेशन

सोवियत संघ ने 19 अप्रैल 1971 को सैल्यूट 1 को लॉन्च किया, जो दुनिया का पहला स्पेस स्टेशन था। इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में मानवों के रहने और काम करने के लिए स्थायी बेस तैयार करना था।

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Photo : USSR Post

लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने की शुरुआत

सैल्यूट 1 ने यह साबित किया कि अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहना संभव है। इसके बाद के कई मिशन सैल्यूट स्टेशन से संचालित किए गए, जो अंतरिक्ष जीवन और विज्ञान के लिए नए अध्याय थे।

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Photo : Wikipedia

मानव मिशन सैल्यूट 1 पर

पहला मानव मिशन सोवियत कास्मोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) होर्डेई इस्त्रोवस्की और व्लादिमीर सेरियोगोव ने सैल्यूट 1 पर भेजा गया, लेकिन उनका मिशन तकनीकी कारणों से थोड़ा मुश्किल रहा।

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Photo : Copilot AI

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन का रास्ता

सैल्यूट 1 और उसके बाद के सोवियत स्पेस स्टेशन जैसे मिर ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए तकनीकी नींव रखी, जहां कई देशों के अंतरिक्ष यात्री मिलकर काम करते हैं।

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Photo : Nasa

स्पेस स्टेशन तकनीक में क्रांति

सैल्यूट 1 की सफलता ने स्पेस स्टेशन डिजाइन और संचालन में कई तकनीकी क्रांतियां लाईं, जैसे लंबे समय तक जीवन समर्थन सिस्टम, वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग, और अंतरिक्ष में उपकरणों की मरम्मत।

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Photo : Nasa

अमेरिका के लिए चुनौती और प्रतिस्पर्धा

सोवियत संघ की इस उपलब्धि ने अमेरिका को भी प्रेरित किया और उसने बाद में Skylab नामक अपना पहला स्पेस स्टेशन लॉन्च किया, लेकिन वह सैल्यूट 1 के बाद आया।

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Photo : Nasa

स्पेस स्टेशन की धरोहर

सोवियत संघ का सैल्यूट प्रोग्राम बाद में मिर स्पेस स्टेशन में विकसित हुआ, जो अंतरराष्ट्रीय सहयोग और मानव अंतरिक्ष अन्वेषण का प्रतीक बना, और आज के ISS की नींव है।