इस ग्रह पर चार दिन में बीत जाता है पृथ्वी का पूरा साल; पानी की तलाश भी खत्म!

Water-Rich Super-Earth: अनंत ब्रह्मांड में अनेकों रहस्य छिपे हुए हैं और खगोलविद लगातार उन रहस्यों से पर्दा उठाने की कोशिशों में जुटे रहते हैं। इस बीच, खगोलविदों ने सौरमंडल के बाहर एक ऐसा सुपर अर्थ तलाशा है जहां पर पानी की भरमार है। खगोलविदों की टीम ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के ट्रांज़िटिंग एक्सोप्लेनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) की मदद से एक्सोप्लैनेट की खोज की है। अब तक 5,000 से ज्यादा एक्सोप्लैनेट की खोज हो चुकी हैं तो चलिए हालिया खोज के बारे में विस्तार से समझते हैं।

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खगोलविदों को मिली बड़ी सफलता

खगोलविदों ने TOI-1846b नामक एक सुपर अर्थ की तलाश की है और हमारे ग्रह पृथ्वी से लगभग दोगुना बड़ा और चार गुना ज्यादा भारी है। खगोलविदों का मानना है कि यह ग्रह 7.2 अरब साल पुराना हो सकता है।

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पृथ्वी से कितनी है दूरी

खोजे गए नए एक्सोप्लैनेट की दूरी पृथ्वी से लगभग 154 प्रकाश वर्ष है और यह अपने तारे की 3.93 दिनों दिनों में परिक्रमा पूरी कर लेता है जिसका मतलब है कि इस ग्रह पर 4 दिन गुजारने पर पृथ्वी का एक साल पूरा हो जाता

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गर्म सतह से जल जाएंगे आप!

इस ग्रह का सतही तापमान लगभग 295 डिग्री सेल्सियस है जिसका मतलब साफ है कि ऐसे में यहां पर आसमान से आग बरसती हुई प्रतीत हो सकती है और यहां पर रहना असंभव सा है।

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पानी की तलाश समाप्त!

विज्ञानी अनुमानों के मुताबिक, TOI-1846b ग्रह पर पानी की मौजूदगी हो सकती है। हालांकि, आधिकारियों पुष्टि के लिए कई परीक्षणों की जरूरत है।

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पहले भी तलाशा जा चुका है सुपर अर्थ

इस साल एक अन्य सुपर अर्थ को भी तलाशा जा चुका है जिसे हम HD 20794 d नाम से जानते हैं, जो पृथ्वी से छह गुना ज्यादा भारी है और इस ग्रह की सतह पर भी पानी की मौजूदगी हो सकती है।

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क्या हैं एक्सोप्लैनेट?

एक्सोप्लैनेट, जिन्हें बाह्यग्रह भी कहा जाता है, हमारे सौरमंडल के बाहर के ग्रहों को कहा जाता है। नाम से ही आधी कहानी साफ हो गई है। आसान भाषा में कहें तो ऐसे ग्रह जिनका हमारे सौरमंडल से कोई लेना देना नहीं है, वो एक्सोप्लैनेट कहलाते हैं।

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अबतक कितने एक्सोप्लैनेट खोजे गए?

खगोलविदों ने अब तक 5,000 से ज्यादा एक्सोप्लैनेट की खोज की है और कई एक्सोप्लैनेट की अभी पुष्टि होना बाकी है। हालांकि, पृथ्वी के बाहर जीवन की उम्मीद को लेकर खगोलविद लगातार एक्सोप्लैनेट की तलाश में जुटे रहते हैं।