रुद्राक्ष पहनने के नियम क्या हैं, धारण करने से पहले सब जान लें

रुद्राक्ष की माला धारण करना बहुत ही पवित्र माना जाता है। हिंदू धर्म में विशेष रूप से इसको धआरण करने का आध्यात्मिक तो स्वास्थ्य संबंधी महत्व भी है। हालांकि इसको धआरण करने के कुछ नियम होते हैं, देखें रुद्राक्ष की माला के नियम क्या हैं।

01 / 07
Share

रुद्राक्ष क्यों पहनते हैं

रुद्राक्ष की माला पहनने का हिंदू धर्म में बहुत महत्व होता है। इसका जुड़ाव भगवान शिव से भी है। माना जाता है कि, जो कोई भी रुद्राक्ष पहनता है उसके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।(Photo Credit - Canva)

02 / 07

ये हैं फायदे

रुद्राक्ष पहनने से कई सारे अन्य फायदे भी मिलते हैं। जिनमें एकाग्रता और मोक्ष की प्राप्ति भी शामिल है। इसी के साथ शारीरिक दिक्कतें दूर करना, ग्रह दोष शांति प्रदान करना, मानसिक शांति आदि भी रुद्राक्ष धारण कर सुनिश्चित की जा सकती है। ​(Photo Credit - Canva)​

03 / 07

पहनने के नियम

रुद्राक्ष पहनने के बहुत से नियम भी होते हैं। जिनमें से पहला है, रुद्राक्ष का शुद्धिकरण, जो गंगाजल या दूध से होता है। ​(Photo Credit - Canva)​

04 / 07

धारण करने का समय

रुद्राक्ष को धारण करने का शुभ समय सोमवार या शिवरात्रि के दिन का माना जाता है। इसे सूर्योदय के समय पहनना चाहिए। ​(Photo Credit - Canva)​

05 / 07

धागा

रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पीले सूत के धागे में ही धारण करना चाहिए। ​(Photo Credit - Canva)​

06 / 07

सावधानी बरतें

रुद्राक्ष की माला को गंदे हाथ से न छुएं और कहा जाता है कि, इसे रात के समय उतारकर अच्छे से रख देना चाहिए। रुद्राक्ष को श्मशान घाट या सूतक काल में भी नहीं पहनना चाहिए। ​(Photo Credit - Canva)​

07 / 07

मंत्र जाप

रुद्राक्ष धारण करते समय 108 बार ऊँ नम: शिवाय का जाप करें। इसे शुभ और सफल माना जाता है। ​(Photo Credit - Canva)​