Jitiya Vrat 2025 Date Time (जितिया व्रत कब है 2025 में ) LIVE: कब है जितिया व्रत? किस दिन किया जाएगा नहाय-खाए और पारण? पूजा विधि से कथा तक, जानें सबकुछ
Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जीवित्पुत्रिका व्रत पूजा विधि
- जितिया व्रत के दिन महिलाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर स्वच्छ हो जाएं।
- इसके बाद निर्जला व्रत का संकल्प लें।
- फिर पूजा स्थल पर गंगाजल का छिड़काव करें।
- इसके बाद गाय के गोबर को पूजा स्थल पर लीपें।
- फिर वहां एक छोटे से तलाब का निर्माण कर लें।
- फिर कुश से जीमूतवाहन की मूर्ति बनाएं।
- इसके बाद एक जल का पात्र लें।
- फिर जल के पात्र में कुश से बनाई गई जीमूतवाहन की मूर्ति स्थापित करें।
- प्रतिमा पर धूप, दीप, रोली, चावल, पुष्प आदि चढ़ाएं।
- इसके बाद गाय के गोबर से चील या सियारिन की प्रतिमा का निर्माण करें।
- फिर प्रतिमा की माथे पर लाल सिंदूर का टीका लगाएं।
- फिर अंत में जितिया व्रत की कथा सुनें या सुनाएं।
- जितिया व्रत की पूजा शाम के समय प्रदोष काल में की जाती है।
- जितिया व्रत का पारण अगले दिन किया जाता है।
- जितिया व्रत पारण के समय महिलाएं सूर्य को अर्घ्य देती हैं इसके बाद ही कुछ खाना खाती हैं।
- इस व्रत का पारण तीसरे दिन झोर भात, मरुआ की रोटी और नोनी का साग खाकर किया जाता है।
Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जितिया के गीत लिरिक्स
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
तोहरा प बाबू कबहू आचना आए
अचरा के फुलवा कबो ना मुरझाए
तोहरा प बाबू कबहू आचना आए
अचरा के फुलवा कबो ना मुरझाए
तोहरो जीनगीया के दिही सवार हो
जिऊत वाहन देव अर्जी करीह स्वीकार हो
चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
हमरो दुलरवा के नजरों ने लागे
रहीह तू हरदम सबका से आगे
पढ़ लिख के बबुआ खूब नाम कमईह
कौनो परेशानी से तू कबहू ना डेरईह
जीऊत वाहन देव के बा महिमा अपार हो
एही से त निर्जल भूकल बानी त्यौहार हो
चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
हमरो उमर तोहरा के लग जाए
रोग बल्ला कोई छू नहीं पाई
पावन परब हम तोहरे ला करिले
कवनो ना गलती होखे ध्यान हम धरीले
तोहरे से रोशन बा अंगना हमार हो
कबहु भुलइह ना माई के दुलार हो
चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
चंदा जैसन चमके ई मुखड़ा तोहार हो
जुग जुग जिय ए बबुआ हमार हो
Jitiya Vrat 2025 Date Time (जितिया व्रत कब है 2025 में ) LIVE: जितिया शुभ मुहूर्त 2025
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 14 सितंबर को सुबह 05 बजकर 04 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 15 सितंबर को देर रात 03 बजकर 06 मिनट पर होगा।Jitiya Vrat 2025 Date Time (जितिया व्रत कब है 2025 में ) LIVE: जितिया से पहले मछली क्यों खाई जाती है?
सा माना जाता है कि व्रत से पहले मछली खाने से आने वाले कठिन तप के दिन के लिए शक्ति और सहनशक्ति मिलती है, साथ ही यह पीढ़ियों से चली आ रही सदियों पुरानी परंपराओं का भी सम्मान करता है। ऐसा माना जाता है कि यदि व्रत से पहले माछ-भात नहीं खाया गया, तो व्रत पूर्ण फल नहीं देता। कई समुदायों में मछली को शुभ, समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक माना गया है। यह मान्यता है कि मछली खाने से व्रत के दौरान शरीर में शक्ति बनी रहती है और व्रत सफल होता है। जितिया व्रत में माताएं निर्जल उपवास करती हैं, जो कठिन माना जाता है। इसलिए व्रत से पहले दिन पौष्टिक और ऊर्जा देने वाला भोजन किया जाता है, जिसमें मछली (प्रोटीन स्रोत) और चावल (कार्बोहाइड्रेट स्रोत) हैं।Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जितिया कैसे किया जाता है
यह व्रत तीन दिन तक होता है, जिसमें सप्तमी को नहाय खाय, अगले दिन निर्जला व्रत और फिर व्रत का पारण होता है। इस दिन महिलाएं संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत करती हैं। इस साल जितिया व्रत 14 सितंबर को मनाया जाएगा। इस व्रत में ओठगन की एक रस्म होती है, जिसके बिना व्रत अधूरा माना जाता है।Jitiya Vrat 2025 Date Time (जितिया व्रत कब है 2025 में ) LIVE: 13 या 14 सितंबर, कब है जितिया व्रत?
साल 2025 में 14 सितंबर को सुबह 08 बजकर 41 मिनट तक सप्तमी है, उसके बाद अष्टमी तिथि शुरू हो रही है। सप्तमी युक्त अष्टमी तिथि 14 सितंबर रहने की वजह से 14 सितंबर, रविवार को ही जितिया का व्रत रखा जाएगा।Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जितिया व्रत में नहाय खाय कब होगा
जितिया व्रत में नहाय खाय13 सितंबर को होगा।Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जीवित्पुत्रिका व्रत कथा
एक पौराणिक कथा के अनुसार, महाभारत युद्ध के समय अश्वत्थामा अपने पिता की मौत से काफी विचलित हो गया था। उसे पांडवों पर काफी गुस्सा आ रहा था। उसने अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए रात को सो रहे द्रौपदी के पांच बेटों को 5 पांडव समझकर मार डाला। इतना ही नहीं उसनें अभिमन्यु की पत्नी के गर्भ में पल रही संतान को भी मार डाला। तब श्री कृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से अभिमन्यु की पत्नी के गर्भ में मौजूद मृत संतान को फिर से जीवित कर दिया। इस संतान का नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया। आगे जाकर जीवित्पुत्रिका ही राजा परीक्षित के नाम से मशहूर हुए। कहते हैं तभी से महिलाएं अपने संतान की लंबी उम्र के लिए जीवित्पुत्रिका का व्रत करने लगीं।Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जितिया व्रत पूजा मंत्र
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।।
Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जितिया व्रत सामग्री लिस्ट
- कुश (जीमूतवाहन की प्रतिमा बनाने के लिए)
- गाय का गोबर (चील व सियारिन बनाने के लिए)
- अक्षत यानि चावल
- पेड़ा
- दूर्वा की माला
- पान और सुपारी
- लौंग और इलायची
- श्रृंगार का सामान
- सिंदूर पुष्प
- गांठ का धागा
- धूप-दीप
- मिठाई
- फल
- फूल
- बांस के पत्ते
- सरसों का तेल
Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जीवित्पुत्रिका व्रत का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जीवित्पुत्रिका व्रत विवाहित महिलाएं पुत्र प्राप्ति और दीर्घायु के लिए रखती हैं। इस दिन लोग 24 घंटे का उपवास रखते हैं और कुछ भी नहीं खाते-पीते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं यह व्रत रखती हैं उनके बच्चे जीवन में बहुत तरक्की करते हैं। इसके अलावा, वे लंबे समय तक जीवित भी रहते हैं।Jitiya Vrat Date, Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: जितिया व्रत विधि
मान्यताओं के अनुसार जितिया व्रत के दिन भगवान जीमूतवाहन भगवान की पूजा की जाती है। इस दिन प्रदोष काल में पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। सुबह उठकर स्नान करने के बाद महिलाएं साफ कपड़े पहनती हैं और व्रत रखती हैं। पूजा के लिए कुशी से बनी भगवान जीमूतवाहन की मूर्ति को एक चौकी पर स्थापित किया जाता है। धूप, दीप, फल, फूल आदि। भगवान को अर्पित किये जाते हैं। इसके अलावा, सियारों और चील की मूर्ति को गाय के गोबर से लीपा जाता है और फिर मूर्ति पर लाल सिन्दूर लगाया जाता है। जितिया व्रत पूजा करने के बाद भगवान जीमूतवाहन और जितिया व्रत की कथा सुनी जाती है।Jitiya Vrat Date Time (जितिया व्रत कब है 2025 में) LIVE: साल 2025 में कब है जितिया व्रत
साल 2025 में 14 सितंबर, रविवार के दिन जितिया व्रत रखा जाएगा।Pitru Paksha Me Kya Kare Kya Na Kare: क्या पितृ पक्ष में झाड़ू खरीदना चाहिए? मंदिर जा सकते हैं या नहीं? जानें पितृ पक्ष में क्या करें क्या ना करें
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