अध्यात्म

शुभ रहेगा गुरुवार, इस तिथि पर की थी भगवान विष्णु ने काशी में शिवलिंग की स्थापना, बन रहा ये खास योग

कल कौन सी तिथि है, कल कौन सा व्रत है: गुरुवार को आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि है। मान्यता है कि इस तिथि को ही श्री हरि ने काशी में शिवलिंग की स्थापना की थी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि का शुभ योग भी है। साथ ही केले की पूजा भी होती है।

FollowGoogleNewsIcon

कल कौन सी तिथि है, कल कौन सा व्रत है: आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि को गुरुवार पड़ रहा है और इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी बन रहा है। इस दिन सूर्य सिंह राशि और चंद्रमा मेष राशि में रहेंगे। दृक पंचांग के अनुसार, इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर दोपहर के 12 बजकर 42 मिनट पर खत्म होगा और राहुकाल का समय दोपहर के 1 बजकर 51 मिनट से शुरू होकर 3 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा।

गुरुवार को बेहद शुभ है तिथि, करें विष्णु जी और सरस्वती की पूजा (Pic: Pinterest)

बेहद शुभ है तिथि, करें विष्णु जी और सरस्वती की पूजा

अग्नि पुराण के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने काशी में शिवलिंग की स्थापना की थी। इस दिन व्रत रखने से धन, समृद्धि, संतान और सुख-शांति की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि जो जातक इस दिन व्रत रखते हैं, उन्हें पीले वस्त्र धारण करने चाहिए और पीले फल-फूलों का दान करना चाहिए। ऐसा करने से लाभ मिलता है। वहीं, भगवान विष्णु को हल्दी चढ़ाने से मनोकामना पूरी होती है और पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

इसके अलावा, इस दिन विद्या की देवी सरस्वती मां की पूजा करने से ज्ञान में भी वृद्धि होती है। गुरुवार के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अन्न और धन का दान करने से भी पुण्य प्राप्त होता है। इस व्रत को किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार से शुरू कर सकते हैं और 16 गुरुवार तक व्रत रखकर उद्यापन कर दें।

संबंधित खबरें
End Of Feed