मंगलवार की रात्रि लुंबिनी प्रदेश के वन और वातावरण मंत्री देवकरण प्रसाद कलवार के घर पर आंदोलनकारियों ने हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि नवलपरासी जिले के परसौनी में स्थित मंत्री कलवार के आवास पर मंगलवार देर रात्रि प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ की...
Nepal Turmoil: नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के बाद हुईं हिंसा और तख्ता पलट का असर इंडो नेपाल बॉर्डर वाल्मीकिनगर से सटे नवलपरासी में देखा जा रहा है। नेपाल के रानी नगर में प्रदर्शनकारियों नें बाइक रैली निकाली तो वहीं वाल्मीकिनगर बॉर्डर से सटे नेपाल के नवलपरासी जिले में रात तक जमकर उपद्रव मचा।
नेपाल में तख्तापलट (AP)
मंत्री देवकरण प्रसाद का घर फूंका
मंगलवार की रात्रि लुंबिनी प्रदेश के वन और वातावरण मंत्री देवकरण प्रसाद कलवार के घर पर आंदोलनकारियों ने हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि नवलपरासी जिले के परसौनी में स्थित मंत्री कलवार के आवास पर मंगलवार देर रात्रि प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ की और घर के कई हिस्सों में आग भी लगा दी। अचानक हुई इस घटना से पूरे इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया। वाल्मिकीनगर बॉर्डर पर कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच चप्पे चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था की अधिकारी निगरानी में जुटे हैं। खुद बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज और SSB 21वी बटालियन के कमांडेंट तपेश्वर संवित राउत ने भी सीमा का जायजा लिया है।
वहीं, भारत नेपाल सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बॉर्डर पर हाई अलर्ट के बाद एसएसबी के साथ जिला पुलिस नें भी चौकसी बढ़ा दी है। वहीं भारत से नेपाल जाने वाले लोगों से वापस लौटने की अपील की जा रही है। भारत नेपाल बॉर्डर पर वाल्मीकिनगर में एहतियात के तौर पर SSB और पुलिस पूरी तरह हाई अलर्ट मोड में 24 घंटे तैनात है।
पड़ोसी देश नेपाल की सरकार द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया मंच पर प्रतिबंध लगाए जाने के खिलाफ वहां जारी हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सात जिलों में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के साथ उच्च स्तरीय सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार नेपाल की राजधानी काठमांडू सहित विभिन्न इलाकों में दूसरे दिन जारी हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए भारत-नेपाल के सीमावर्ती महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों के सीमाओं की भी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। नेपाल सीमा से लगने वाले उप्र के इन सातों जिलों में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और स्थानीय पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है।
बलरामपुर जिले की सीमाओं पर स्थित एसएसबी की 22 चौकियों पर अतिरिक्त बल तैनात किया गया है और सीमा से सटे जिले के पांच थाना क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने मंगलवार को बताया कि नेपाल में दूसरे दिन भी जारी प्रदर्शन को देखते हुए नेपाल से सटी सीमा की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन कवच’ समितियों को भी सक्रिय रहने एवं हर आने-जाने वालों पर पैनी नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक नेपाल में रहने वाले लोग व्हाट्सएप, फेसबुक एवं मैसेंजर के जरिए भारत में रहने वाले अपने करीबियों से मुफ्त में बात कर लेते थे लेकिन नेपाल में ये सोशल मीडिया मंच प्रतिबंधित होने से परेशानियां हुईं।
भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र रनियापुर निवासी अधिवक्ता अहमद ने कहा कि सोशल मीडिया मंचों के जरिये तमाम रिश्तेदारों की खैरियत मालूम हो जाया करती थी, लेकिन नेपाल सरकार द्वारा इन मंचों पर पाबंदी लगा देने के कारण समस्या पैदा होने लगीं थीं। भारत नेपाल सीमा से सटे गैसड़ी क्षेत्र के विधायक राकेश यादव ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने से लोगों को समस्या आ गई थी लेकिन नेपाल सरकार द्वारा प्रतिबंध हटाए जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है।
नेपाल सरकार ने हिंसक आंदोलन को देखते हुए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध हटा दिया है।