एससीओ सम्मेलन में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आंतक शांति के लिए बड़ा खतरा है। हमें साइबर आतंक से निपटना होगा, आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस नीति जरूरी है।
SCO Summit in China: 10 सदस्यीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के राष्ट्राध्यक्षों का शिखर सम्मेलन सोमवार को चीन के तियानजिन में शुरू हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने संगठन के अन्य नेताओं के साथ मिलकर इस समूह की भावी दिशा तय करने के लिए एक दिवसीय शिखर सम्मेलन में विचार-विमर्श शुरू किया। आज सम्मेलन को पीएम मोदी ने संबोधित किया और खास तौर पर आतंकवाद का मुद्दा सामने रखते हुए इसके खिलाफ मिलकर लड़ने का संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आतंक शांति के लिए बड़ा खतरा है। हमें साइबर आतंक से निपटना होगा, आंतकवाद पर जीरो टालरेंस नीति जरूरी है।
SCO सम्मेलन में पीएम मोदी
कोई भी आतंकवाद से सुरक्षित नहीं
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, कोई भी देश, कोई भी नागरिक, कोई भी आतंकवाद से सुरक्षित नहीं है। इसलिए भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ है। आतंकवाद से लड़ने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा। हमने हाल ही में देखा कि कैसे पहलगाम हमला हुआ। कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहने वाले राष्ट्रों का धन्यवाद। क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का समर्थन हमें स्वीकार्य हो सकता है? हम सभी को एक स्वर में कहना होगा- आतंकवाद का कोई भी समर्थन या प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (SCO) के सदस्यों के सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सुरक्षा, शांति और स्थिरता किसी भी देश के विकास का आधार हैं। लेकिन आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद इस राह में बड़ी चुनौतियां हैं। आतंकवाद सिर्फ एक देश की सुरक्षा के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता के लिए एक साझा चुनौती है। कोई भी देश, कोई भी समाज, कोई भी नागरिक इससे खुद को सुरक्षित नहीं मान सकता। इसलिए, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता पर जोर दिया है...भारत ने संयुक्त सूचना अभियान का नेतृत्व करके अल-कायदा और उससे जुड़े आतंकवादी संगठनों से लड़ने की पहल की। हमने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ आवाज उठाई। इसमें आपके सहयोग के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा, हमें स्पष्ट रूप से और सर्वसम्मति से कहना होगा कि आतंकवाद पर कोई भी दोहरा मापदंड स्वीकार्य नहीं है। यह हमला (पहलगाम) मानवता में विश्वास रखने वाले हर देश और व्यक्ति के लिए एक खुली चुनौती थी। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुला समर्थन हमें स्वीकार्य हो सकता है। हमें हर रूप और रंग के आतंकवाद का सर्वसम्मति से विरोध करना होगा। मानवता के प्रति यह हमारा कर्तव्य है।
सिक्योरिटी , कनेक्टिविटी और अपॉर्चुनिटी का मंत्र
अपने भाषण में पीएम मोदी ने SCO का अर्थ भी समझाया, उन्होंने कहा, S: सिक्योरिटी, C:कनेक्टिविटी और O: अपॉर्चुनिटी। पीएम ने कहा कि भारत ने एक सक्रिय सदस्य के रूप में एक सकारात्मक भूमिका निभाई है, भारत की सोच और नीति तीन मुख्य बिंदु पे आधारित है। सिक्योरिटी , कनेक्टिविटी और अपॉर्चुनिटी। पीएम मोदी ने कहा कि वर्चस्ववादी सोच किसी के हित में नहीं है।