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तवी और झेलम नदी का जलस्तर घटा, वैष्णो देवी यात्रा अभी बंद, जानें अब कैसे हैं जम्मू-कश्मीर में हालात

जम्मू-कश्मीर में मौसम का कहर बरस रहा है। भारी बारिश के कारण जगह-जगह तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन के बाद से यात्रा बंद है। यहां बीते दिनों की तुलना में कुछ नदियों का जलस्तर कम हुआ है। इस बीच भूस्खलन के कारण डोडा-भद्रवाह मार्ग समेत बाला के पास सहित कई स्थान और मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे भद्रवाह शहर तक सड़क संपर्क टूट गया है।

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Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर में बादल फटने और भारी बारिश के कारण हालात बहुत गंभीर बनी हुई थी। लेकिन अब मौसम में थोड़ा सुधार देखने को मिल रहा है। यहां बाढ़ का खतरा भी कुछ हद तक कम हुआ है। बीते दिनों दिखा नदियों का रौद्र रूप भी अब शांत होने लगा है। जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के कारण झेलम नदी और तवी नदी समेत अन्य जलाशयों आदि का बढ़ा हुआ जलस्तर भी कम होने लगा है। लेकिन 26 अगस्त को हुए लैंडस्लाइड के बाद बंद की गई वैष्णो देवी मंदिर यात्रा अभी भी अस्थायी रूप से बंद है। स्थिति में सुधार होने के बाद एक बार फिर यात्रा की शुरू की जाएगी।

भूस्खलन के कारण डोडा-भद्रवाह मार्ग समेत बाला के पास सहित कई जगहों और मार्ग क्षतिग्रस्त (फोटो - ANI)

खराब मौसम में 2 दिन में गई 45 लोगों की जान

जानकारी के अनुसार, पिछले दो दिनों में लगातार हुई बारिश के कारण जम्मू में करीब 45 लोगों की मौत हुई हुई है। बता दें कि इसमें सबसे अधिक लोगों की मौतों वैष्णो देवी मार्ग पर आए भूस्खलन के कारण हुई थी। मंगलवार को हुई लैंडस्लाइड के बाद राहत बचाव का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन खराब मौसम के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। बुधवार को बारिश के कम होने से राहत कार्य में तेजी आई। बता दें कि इस घटना में करीब 34 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद गुरुवार को अचानक आई बाढ़ के चार लोगों की मौत हुई और उनका शव डोडा जिले में मिला।

झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान के नीचे

भारी बारिश के कारण उफान पर पहुंची झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान से थोड़ा नीचे आ गया है। लेकिन अभी भी कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर कम होना शुरू हो गया है। इस बीच विभिन्न विभाग द्वारा निगरानी की जा रही है और टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।

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