वाराणसी

वाराणसी में दो महीने में पांचवीं बार दिखा गंगा का रौद्र रूप, 84 घाट हुए जलमग्न

यूपी के वाराणसी में गंगा नदी उफान पर है। दो महीने में पांचवीं बार यहां गंगा का रौद्र रूप देखे को मिला है। शहर के सभी 84 घाट जलमग्न हो गए हैं। गलियों और सड़कों में जलभराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के कारण दो महीने से गंगा आरती घरों की छतों पर हो रही है।

FollowGoogleNewsIcon

Varanasi News: सितंबर के महीने में भी सैलाब का सितम जारी है। आसमान से बरस रही आफत की बारिश कब थमेगी, ये किसी को पता नहीं। नतीजा, नदियों के रूप में लोग इस कहर को झेलने के लिए मजबूर हैं। वाराणसी में दो महीने में पांचवीं बार गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। गंगा घाटों को छोड़ गलियों और सड़कों का रुख करने लगी हैं। गंगा के इस रूप को देख तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं।

वाराणसी में दो महीने में पांचवीं बार दिखा गंगा का रौद्र रूप (फोटो - टाइम्स नाउ नवभारत)

गंगा में डूबे वाराणसी के 84 घाट

गंगा में आई बाढ़ से तटवर्ती इलाके फिर से पानी में डूबने लगे हैं। घाटों पर हालत बेहद खराब हैं। वाराणसी के सभी चौरासी घाट पानी में डूबे हैं। दशाश्वमेध घाट पर जल पुलिस की चौकी पूरी तरह पानी में समाहित हो गई है। शीतला मंदिर, गंगा मंदिर, रत्नेश्वर मंदिर फिर से पानी में डूब गए हैं। फिलहाल वाराणसी में गंगा प्रति घंटे तीन सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही हैं। गंगा का जलस्तर 70 मीटर तक पहुंच गया। माना जा रहा है कि अगर बढ़ोत्तरी की रफ्तार यही रहती है तो आने वाले दो दिनों में गंगा खतरे के निशान को पार कर जाएगी।

वाराणसी में दो महीने में पांचवीं बार दिखा गंगा का रौद्र रूप (फोटो - टाइम्स नाउ नवभारत)

तटवर्ती इलाकों में मकान खाली कर रहे हैं लोग

फिलहाल बाढ़ के मद्देनजर पिछले दो महीनों से गंगा आरती घरों की छतों पर हो रही है। इसी तरह शवदाह के लिए भी लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल पहाड़ों पर हो रही बारिश की वजह से वाराणसी में गंगा के जलस्तर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। गंगा के साथ उसकी सहायक नदी वरुण मैं भी बाढ़ का खतरा गहरा गया है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों ने एक बार फिर से पलायन करना शुरू कर दिया है। लोग आवश्यक सामानों के साथ बाढ़ राहत शिविर या फिर अपने निजी रिश्तेदारों के घर पहुंच रहे है।

End Of Feed