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EXPLAINED: क्या है भारतीय क्रिकेटर्स की फिटनेस जांचने के लिए किया जा रहा ब्रोंको टेस्ट? अचानक क्यों पड़ी इसकी जरूरत

What is Bronco Test: किसी भी खेल के लिए फिटनेस का उच्चतम स्तर बेहद जरूरी है। क्रिकेट के खेल में भी फिटनेस का स्तर खेल में आ रहे बदलावों के साथ बढ़ता जा रहा है। भारतीय क्रिकेटरों के फिटनेस स्तर को परखने के लिए बीसीसीआई अब तक यो यो टेस्ट को मानक के रूप में इस्तेमाल करती थी लेकिन अब ये बदल गया है।

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What is Bronco Test: क्रिकेट में फिटनेस का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। आधुनिक क्रिकेट में खिलाड़ी से न सिर्फ कौशल बल्कि उच्चतम स्तर की फिटनेस भी अपेक्षित होती है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अब तक खिलाड़ियों की फिटनेस जांचने के लिए यो-यो टेस्ट को मानक के रूप में अपनाता रहा है। लेकिन अब टीम इंडिया के नए स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच एड्रियन ले रूक्स ने खिलाड़ियों के लिए एक नया टेस्ट लाने का फैसला किया है, जिसे ब्रोंको टेस्ट कहा जाता है। इस टेस्ट का उपयोग रग्बी और फुटबॉल के खिलाड़ियों की फिटनेस लेवल जांचने के लिए भी किया जाता है। आइए जानते हैं क्या है ये टेस्ट और इसकी क्यों जरूरत पड़ी है।

बीसीसीआई ने बदला फिटनेस जांचने का तरीका (फोटो- PTI)

ब्रोंको टेस्ट क्या है?

ब्रोंको टेस्ट की शुरुआत रग्बी खेल से हुई थी और इसे खासतौर पर खिलाड़ियों की सहनशक्ति और फिटनेस को परखने के लिए तैयार किया गया है। इस टेस्ट में खिलाड़ियों को लगातार दौड़ना होता है जिससे उनकी पूरी जांच हो जाती है। आइए जानते हैं कि ये कैसे काम करता है।

ऐसे होता है ब्रोंको टेस्ट

- पहले 20 मीटर, फिर 40 मीटर और उसके बाद 60 मीटर की दौड़ लगानी होती है।

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