बिजनेस

Gold rally: 30 दिन में ₹9,000 तो 1 साल में 31,000 रुपये महंगा हुआ सोना, दिवाली तक और कितनी बढ़ेगी कीमत?

पिछले 10 सालों में सोने की कीमत में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है। आपको बता दें कि 2015 में सोने का भाव ₹26,343 था। वहीं, 2025 के सितंबर महीने में सोने का भाव 1,07,728 रुपये पर पहुंच गया है। इस तरह सोने ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है।
निवेश का बादशाह है सोना

निवेश का बादशाह है सोना (Timesnowhindi)

Gold rally: सोने और चांदी की कीमत में पिछले दो साल से लगातार तेजी बनी है। पिछले एक महीने में सोने और चांदी में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिला है। भारतीय बाजार में पिछले 30 दिनों में सोना करीब ₹8,959 उछलकर ₹1,07,728 प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, इस दौरान चांदी की कीमत ₹1,11,664 से बढ़कर ₹1,26,059 पहुंच गई है। सोने और चांदी की रैली ने तमाम अनुमानों को झुठलाते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है। ऐसे में अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहा है कि सोने और चांदी की कीमत आगे कहां तक जाएगी। सोने में क्यों तेजी है? दिवाली और नए साल तक इन दोनों कीमती धातु की कीमत क्या होगी? आइए, आपके सभी सवालों का जवाब देते हैं।

सोना 10 साल में ₹26,343 से 1,07,728 रुपये पर पहुंचा

पिछले 10 सालों में सोने की कीमत में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है। आपको बता दें कि 2015 में सोने का भाव ₹26,343 था। वहीं,2016 में ₹28,623, 2017 में ₹29,667, 2018 में ₹31,438, 2019 में ₹35,220, 2020 में ₹48,651, 2021 में ₹48,720, 2022 में ₹52,670, 2023 में ₹65,330 और 2024 में ₹77,913 रुपये प्रति 10 ग्राम था। 2025 के सितंबर महीने में सोने का भाव 1,07,728 रुपये पर पहुंच गया है। आप खुद देख सकते हैं कि किस तेजी से सोना ने अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है।

गोल्डमैन सैक्स को अभी 50% और तेजी का अनुमान

गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि 2026 तक सोने की कीमतों में लगभग 50% तक उछाल आ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, सोना 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है, जो भारतीय मुद्रा में करीब ₹1,55,000 प्रति 10 ग्राम होगा। बैंक का कहना है कि बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितता और अमेरिकी फेडरल रिज़र्व पर भरोसे की कमी इस रैली के मुख्य कारण बन सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अगर प्राइवेट निवेश का सिर्फ 1% भी सोने की ओर शिफ्ट होता है, तो कीमतों में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिल सकता है।

क्या कहते हैं गोल्ड एक्सपर्ट?

वाईए वेल्थ ग्लोबल रिसर्च के निदेशक अनुज गुप्ता का कहना है कि सोना और चांदी ने हमेशा से एक स्टेबल रिटर्न निवेशकों को दिया है। मौजूदा समय में यह जरूर है कि सोने और चांदी में रिकॉर्ड तेजी आ गई है। इससे निवेशकों को थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर कोई शॉर्ट टर्म के लिए निवेश कर रहा है तो रिस्क-रिवॉर्ड का जरूर ख्याल रखें। लंबी अविध के लिए निवेश करने वाले निवेशकों को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। सोना और चांदी लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने का काम करता रहेगा।

सोने में की तेजी की क्या है वजह?

वैश्विक अनिश्चितता: सोने के भाव में पिछले 2 साल में जबरदस्त तेजी दर्ज की गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह वैश्विक अनिश्चितताएं हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष और मिडिल ईस्ट में जारी तनाव है। इसके अलावा अमेरिकी टैरिफ ने भी वैश्विक अर्थव्यवस्था बिगाड़ने का काम किया है। सोना सेफ हेवन माना जात है। वैश्विक अनश्चितता में निवेश सोने में निवेश करना पसंद करते हैं। इसलिए सोने में तेजी जारी है।

सेंट्रल बैंकों की खरीदारी: वैश्विक अनिश्चितता के बीच दुनिया के कई देशों के केंद्रीय बैंक (खासकर चीन, भारत, तुर्की) लगातार गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं। इससे सोने की मांग बढ़ी है। इससे भी कीमत में तेजी है।

निवेशकों का रुख: इक्विटी मार्केट में वोलैटिलिटी और बॉन्ड पर कम रिटर्न की वजह से निवेशक गोल्ड में शिफ्ट हो रहे हैं।

चांदी (Silver) में क्यो है तेजी?

इंडस्ट्रियल डिमांड: चांदी का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सोलर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक्स में तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते चांदी कीमत तेजी से बढ़ रही है।

ग्रीन एनर्जी बूम: रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स में चांदी की डिमांड लगातार बढ़ रही है। यह भी कीमत बढ़ाने का काम कर रहा है।

निवेश + ज्वेलरी डिमांड: भारत और चीन जैसे देशों में ज्वेलरी सीज़न और फेस्टिव सीज़न में मांग बढ़ गई है। इससे भी कीमत बढ़ रही है।

गोल्ड की रैली का असर: सोने के साथ-साथ चांदी भी निवेशकों की नजर में आकर्षक हो जाती है, जिससे इसमें भी उछाल है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। बिजनेस (Business News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

आलोक कुमार author

आलोक कुमार टाइम्स नेटवर्क में एसोसिएट एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल और प्रिंट मीडिया में उन्हें 17 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव ह...और देखें

End of Article

© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited