दिल्ली

अब विदेश से घर पैसा भेजना चुटकियों का खेल; UPI और डाक का होगा ऐतिहासिक संगम, केंद्रीय संचार मंत्री ने की घोषणा

भारत ने दुबई में आयोजित यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल की शुरुआत की है। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यूपीआई और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन नेटवर्क को जोड़ने की घोषणा की, जिससे विदेश में काम करने वाले लोग अब अपने परिवारों को पैसे भेजना तेज, आसान और सस्ता कर सकेंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया विजन और वैश्विक डाक सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव साबित होगा।

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India UPI Universal Postal Union: दुबई में आयोजित यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में भारत ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। जानकारी के अनुसार, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) नेटवर्क को जोड़ने की शुरुआत की। इसका सीधा फायदा विदेश में काम करने वाले लोगों और उनके परिवारों को मिलेगा। ऐसे में अब पैसा घर भेजना पहले से कहीं ज्यादा आसान, तेज और सस्ता हो जाएगा। यह खास पहल डाक विभाग, एनपीसीआई इंटरनेशनल और यूपीयू मिलकर चला रहे हैं। केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि यह सिर्फ तकनीकी प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि एक सामाजिक बदलाव है। डाक की भरोसेमंद पहुंच और यूपीआई की तेजी मिलकर लोगों को बड़ी राहत देंगे।

दुबई यूपीयू कांग्रेस की बैठक

डाक सेवाओं के लिए 10 मिलियन डॉलर

भारत ने इस मौके पर वैश्विक डाक सेवाओं को मजबूत करने के लिए 10 मिलियन डॉलर (करीब 80 करोड़ रुपये) देने का भी ऐलान किया। यह रकम ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट को और बेहतर बनाने में मदद करेगी। सिंधिया ने भारतीय डाक की ताकत भी दुनिया के सामने रखी। उन्होंने बताया कि अब तक 56 करोड़ से ज्यादा खाते डाक से जुड़े हैं, जिनमें से ज्यादातर महिलाओं के नाम पर हैं। पिछले साल भारतीय डाक ने 90 करोड़ से ज्यादा चिट्ठियां और पार्सल लोगों तक पहुंचाए। यानी डाक विभाग हर गांव-कस्बे तक गहरी पकड़ रखता है।

पैसा घर तक पहुंचाना आसान

इसके साथ ही, भारत ने यूपीयू की दो अहम परिषदों में शामिल होने की दावेदारी भी पेश की है। इससे भारत दुनिया के डाक तंत्र को और आधुनिक, समावेशी और भरोसेमंद बनाने में अहम भूमिका निभा सकेगा। प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया विज़न की झलक भी इस पहल में साफ दिखाई देती है। सिंधिया ने कहा कि भारत अब सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए डिजिटल समाधान देने को तैयार है। माना जा रहा है कि यह कदम उन करोड़ों परिवारों के लिए बड़ी राहत है जिनके घर का खर्च विदेश में काम करने वाले अपनों की कमाई से चलता है। अब परदेस से पैसा घर तक पहुंचाना होगा चुटकियों का खेल होगा।

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