• Welcome!

Logo

Login to get the latest articles, videos,
gallery and a lot more…

or continue with
  • email iconGoogle
  • email iconEmail
To get RegisteredSignup now
शहर

चंबा में भारी बारिश का कहर, शीतला पुल हुआ क्षतिग्रस्त, आवाजाही ठप होने से परेशान नजर आए लोग

चंबा जिला में लगातार हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। जिले भर में जगह-जगह भूस्खलन के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है और कई सड़कों पर यातायात ठप हो गया है। इस दौरान रावी नदी पर बने ऐतिहासिक लोहे के पुराने पुल शीतला पुल पर भी असर हुआ है। इसका एक हिस्सा पानी के बहाव से प्रभावित हो गया है।

Follow
GoogleNewsIcon

Chamba News: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश दौर अभी भी जारी है। कई स्थानों पर लगातार हो रही बारिश ने चंबा समेत कई स्थानों पर तबाही मचा दी है। चंबा में जिले भर में जगह-जगह भूस्खलन हो रही है, जिसके कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर पहाड़ियों से मलबा आने का कारण यातायात ठप हो गया है। इस प्राकृतिक आपदा की मार अब शीतला क्षेत्र में रावी नदी पर बने ऐतिहासिक लोहे के पुराने पुल पर भी पड़ी है, जो कभी इस इलाके की जीवन रेखा माना जाता था। इसका एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।

शीतला पुल का एक हिस्सा टूटा

शीतला पुल लोहे की रस्सियों से बना एक पुराना झूला पुल है। आज भी सैकड़ों स्थानीय लोग के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे पार कर वह अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। हालांकि इसके पास ही एक नया फ्लाईओवर पुल भी बनाया गया है, लेकिन मंगला, शीतला और माई का बाग जैसे क्षेत्रों में जाने वाले लोग आज भी इस पुराने पुल पर अधिक भरोसा करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां के दुकानदारों की इस पुल से आवाजाही जारी रहने के कारण उन्हें थोड़ी बहुत आमदनी हो जाती है।

बता दें कि पानी के तेज बहाव का असर इस पुराने पुल पर देखे को मिल रहा है। पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह पुल पूरी तरह से टूट गया, तो न सिर्फ आम लोगों को परेशानी होगी, बल्कि व्यापार और शिक्षा से जुड़ी गतिविधियां भी प्रभावित होंगी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या का निवारण करने का अनुरोध किया है।

शीतला पुल को संभालने वाली रस्सियां टूटने की कगार पर

बारिश के कारण रावी नदी में जलस्तर बढ़ने से पुराने पुल की एक ओर की सुरक्षा दीवार पूरी तरह गिर चुकी है और पुल को संभालने वाली लोहे की रस्सियां भी अब टूटने की कगार पर हैं। यदि ये रस्सियां भी टूटती हैं, तो यह पुल पूरी तरह से धराशायी हो जाएगा, जिससे लाखों रुपए का नुकसान होने की आशंका है। स्थानीय लोगों ने अपनी चिंता और भावनात्मक जुड़ाव जाहिर किया है। उनका कहना है कि यह पुल न केवल एक साधन है, बल्कि उनकी यादों और रोजमर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा भी है। उनका मानना है कि यह पुराना पुल नए बने फ्लाईओवर को भी तेज बहाव से अप्रत्यक्ष रूप से सुरक्षा प्रदान करता है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और सरकार से इस पुल की मरम्मत और सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते इस पुल को संरक्षित नहीं किया गया, तो भविष्य में एक बड़ा हादसा हो सकता है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। शहर (Cities News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

End of Article
varsha kushwaha author

वर्षा कुशवाहा टाइम्स नाऊ नवभारत में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रही हैं। नवंबर 2023 से Timesnowhindi.com ...और देखें

Follow Us:
Subscribe to our daily Newsletter!
End Of Feed