वाराणसी

चंद्रप्रभा, कर्मनाशा और गड़ई नदी के कहर में समाया चंदौली; 2 दर्जन गांव जलमग्न, हजारों लोग बेघर

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। चंद्रप्रभा, कर्मनाशा और गड़ई नदियों के उफान से दो दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना पड़ रहा है, जबकि जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।

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Chandauli Flood: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में इन दिनों बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। जानकारी के मुताबिक, चंद्रप्रभा, कर्मनाशा और गड़ई नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि के चलते जिले के दो दर्जन से अधिक गांव पानी में डूब गए हैं। हालात इतने गंभीर हो चुके है कि कई सड़कों पर जलभराव हो गया है जिसके कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो रखा है। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि बड़ी संख्या में लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं।

चंदौली में नदियों का कहर

बढ़ते जलस्तर से गांव जलमग्न

पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलधार बारिश के चलते मैदानी क्षेत्रों में बने डैमों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए मिर्जापुर और सोनभद्र के डैमों से करीब 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसका सीधा असर चंदौली जिले पर पड़ा, जहां चंद्रप्रभा, कर्मनाशा और गड़ई नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया। इन नदियों के उफान के कारण दो दर्जन से अधिक गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। सड़कों पर पानी भरने से आवागमन ठप हो गया है और भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।

स्वास्थ्य केंद्र और पुलिस थाना डूबे

टाइम्स नाउ नवभारत की टीम जब बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची, तो वहां का मंजर दिल दहला देने वाला था। सबसे अधिक तबाही बबुरी क्षेत्र में देखने को मिली, जहां न केवल ग्रामीण बस्तियां पूरी तरह जलमग्न थीं, बल्कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पशु चिकित्सालय और स्थानीय पुलिस थाना भी बाढ़ के पानी में डूबे हुए नजर आए। इलाके के निवासी लाल बहादुर ने बताया कि बाढ़ ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है, और सैकड़ों बीघा में फैली फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है।

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