Energy Drinks Ban: बच्चों के लिए कैसे खतरनाक हैं एनर्जी ड्रिंक्स, ब्रिटेन में क्यों लगाया जा रहा बैन, बता रहे हैं एक्सपर्ट
Why Energy Drinks Are Bad For Children: यूके ने बच्चों के लिए हाई-कैफीन एनर्जी ड्रिंक्स पर बैन का फैसला किया है। लेकिन ऐसा क्यों किया गया है? क्या ये सच में बच्चों के लिए हानिकारक हैं, क्योंकि डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट्स भी एनर्जी ड्रिंक को लेकर लगातार लोगों को अलर्ट कर रहे हैं। आज के इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। जानें इंडियन पेरेंट्स को भी क्यों इस पर ध्यान देना चाहिए।
बच्चों के लिए एनर्जी ड्रिंक बड़ा खतरा
एनर्जी ड्रिंक्स पर बैन क्यों जरूरी
बच्चों के लिए क्यों बैन की जा रही एनर्जी ड्रिंक्स?
मां बनने वाली हैं? डायटीशियन से लें हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए खास डाइट टिप्स, जिससे जच्चा-बच्चा दोनों रहें फिट
ये छोटे बीज हैं हेल्थ के पावरहाउस, शरीर को देते हैं मल्टीविटामिन जैसी ताकत, फायदे जान रह जाएंगे हैरान
कैंसर से जंग होगी आसान! रूस की नई वैक्सीन ने क्लीनिकल ट्रायल में दिखाया 100% असर, वैज्ञानिक बोले - कीमो की जरूरत नहीं
क्या हर बार खाने के बाद भागते हैं टॉयलेट? एक्सपर्ट ने बताई इसकी बड़ी वजह, शेयर किए छुटकारा पाने के आसान टिप्स
ये लक्षण दिखते ही तुरंत करें डॉक्टरों से संपर्क, हो सकता है टाइफाइड, जानें लक्षण और बचाव के उपाय
- यूरोपियन डेटा बताता है कि हर तीन में से एक बच्चा इन्हें पीता है।
- भारत में FSSAI सर्वे (2023) ने पाया कि 25% अर्बन टीनेजर्स हफ्ते में कम से कम एक बार एनर्जी ड्रिंक पीते हैं।
- कई बच्चे बिना पेरेंट्स की जानकारी के इन्हें खरीदते हैं।
- सरकारों का मानना है कि अनलिमिटेड सेल और मार्केटिंग बच्चों को असुरक्षित आदतों की ओर धकेलती है।
- यानी यह कदम किसी बिजनेस को रोकने का नहीं बल्कि एक पब्लिक हेल्थ इंटरवेंशन का हिस्सा है।
एनर्जी ड्रिंक और सॉफ्ट ड्रिंक में फर्क
एनर्जी ड्रिंक और सॉफ्ट ड्रिंक में क्या फर्क होता है?
बच्चे ज्यादा संवेदनशील क्यों
बच्चे ज्यादा संवेदनशील क्यों होते हैं?
- बच्चों का शरीर अभी डेवलपिंग स्टेज में होता है, इसलिए कैफीन का असर उन पर ज्यादा होता है।
- बच्चों का मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, जिससे कैफीन जल्दी टूटता नहीं।
- यूरोपियन फूड सेफ्टी अथॉरिटी कहती है कि 40 किलो वजन वाले बच्चे के लिए सिर्फ 100 mg कैफीन (आधा कैन) ही सुरक्षित सीमा से ज्यादा है।
- इसके परिणाम स्वरूप बच्चों में बेचैनी, अनिद्रा, धड़कन तेज होना और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं।
- बच्चों का दिमाग और मानसिक स्थिति विज्ञापनों और दोस्तों के दबाव से जल्दी प्रभावित होती है।
बच्चों की सेहत पर शॉर्ट-टर्म असर
एनर्जी ड्रिंक्स का बच्चों की पर शॉर्ट-टर्म असर
- नींद की समस्या या सोने में कठिनाई
- पेट दर्द और एसिडिटी
- तेज धड़कन और ब्लड प्रेशर बढ़ना
- मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और चिंता
- थकान और स्टडी में ध्यान की कमी
बच्चों की सेहत पर लॉन्ग-टर्म असर
एनर्जी ड्रिंक्स का बच्चों की सेहत पर लॉन्ग-टर्म
- कैफीन एडिक्शन: बच्चे जल्दी इसकी आदत में फंस जाते हैं।
- मोटापा और डायबिटीज: एक कैन में मौजूद 25–30 ग्राम शुगर से खतरा बढ़ता है।
- दिल की बीमारियां और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर: लगातार सेवन से हार्ट पर दबाव।
- मानसिक स्वास्थ्य: रिसर्च बताती है कि यह डिप्रेशन और एंग्जायटी से जुड़ा हो सकता है।
- स्लीप डिसऑर्डर और ग्रोथ रुकना: सालों तक खराब नींद से शरीर और दिमाग का विकास रुक सकता है।
बच्चों की सेहत पर एनर्जी ड्रिंक्स का सामाजिक और व्यवहारिक असर
- म्यूजिक फेस्टिवल्स और सोशल मीडिया प्रमोशन इन्हें “कूल” दिखाते हैं।
- 65% बच्चे दोस्तों के दबाव में इन्हें ट्राई करते हैं।
- पैकेजिंग और सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट बच्चों को गलत मैसेज देते हैं।
- धीरे-धीरे बच्चे दूध और जूस छोड़कर इन्हें चुनने लगते हैं।
- यह आदत बच्चों की हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल को बिगाड़ देती है।
बच्चों को एनर्जी ड्रिंक्स देने पर एक्सपर्ट की राय क्या है?
अब समझें जरूरी बात
UPTET Exam 2025: खत्म हुआ इंतजार! उत्तर प्रदेश में बड़ी भर्ती का नोटिस जारी, जानें कब होगा एग्जाम
अजय देवगन की 'सन ऑफ सरदार 2' का हिस्सा ना होने पर Sonakshi Sinha ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं 'नाराज होकर भी...'
Baghpat News: बागपत में मां ने ली तीन बेटियों की जान, फिर किया सुसाइड, इस वजह से उठाया ये खौफनाक कदम
10 बड़ी बातें: नेपाल में जमकर हुई हिंसा, आगजनी और लूटपाट, हर मंत्री हुआ Gen-Z के गुस्से का शिकार, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ
बिहार में बादलों की मेहरबानी, 38 जिलों में तेज हवाओं संग गिरेगा मूसलाधार पानी; 3 घंटे ठनका से बरतें सावधानी
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited