जगदीप धनखड़ के उप-राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद से सियासी गलियारों में हलचल तेज है, कांग्रेस सहित विपक्ष इस मामले के पीछे कुछ और ही वजहें बता रहा है, उनका कहना है कि धनखड़ के इस्तीफा देने के पीछे उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य कारणों के अलावा कोई और अधिक गहरे कारण हैं।
उप राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) ने सोमवार देर शाम (21 जुलाई ) को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा था कि वह 'स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने' के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं वहीं धनखड़ के इस्तीफे के कारणों को लेकर कुछ कयास भी सामने आ रहे हैं। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उप राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा क्यों दिया ? मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि धनखड़ के इस्तीफा देने के पीछे उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य कारणों के अलावा कोई और अधिक गहरे कारण हैं।
उप-राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद से सियासी गलियारों में हलचल तेज (फोटो:canva)
राज्यसभा में मंगलवार को उपराष्ट्रपति एवं सभापति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की आसन की ओर से घोषणा की गयी, जिन्होंने सोमवार रात अपना त्यागपत्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास भेजा था।उपराष्ट्रपति पद से धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने सदन की सुबह की कार्यवाही की अध्यक्षता की।
'मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं...' PM Modi का संदेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उप राष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद मंगलवार को कहा कि उन्हें कई भूमिकाओं में देश की सेवा का मौका मिला है और वह उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।'
धनखड़ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेजे अपने त्यागपत्र में धनखड़ ने कहा कि वह 'स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने' के लिए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं। आमतौर पर धनखड़ दिन की शुरुआत में राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता करते थे। धनखड़ ने सोमवार रात को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेजा था।
'सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उप राष्ट्रपति ने इस्तीफा क्यों दिया ?'
वहीं कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उप राष्ट्रपति ने इस्तीफा क्यों दिया।' उनका कहना था, 'मैंने उपराष्ट्रपति का त्यागपत्र देखा है। उन्होंने सरकार का आभार जताया है। लेकिन सरकार ने कोई टिप्पणी नहीं की। सरकार को कम से कम उनका धन्यवाद करना चाहिए था। वह इसके हकदार हैं।'
उधर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'एक्स' पर लिखा, 'कल जगदीप धनखड़ ने अपराह्न साढ़े 12 बजे राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की अध्यक्षता की। इसमें सदन के नेता जे पी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू सहित अधिकतर सदस्य उपस्थित थे। कुछ चर्चा के बाद, कार्य मंत्रणा समिति ने शाम साढ़े चार बजे पुनः बैठक करने का निर्णय लिया।'
उप राष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे पर विपक्ष के सवाल
धनखड़ के इस्तीफे से जुड़ी घटनाओं की TimeLine पर डाल लें नजर
सुबह 11:00 बजे
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत होती है। राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ सदन में पहुंचते हैं। नए सदस्यों का स्वागत करते हैं और दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि देते हैं। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष “ऑपरेशन सिंदूर” और बिहार की मतदाता सूची को लेकर नारेबाजी करता है। हंगामे के बाद धनखड़ सदन से चले जाते हैं।
दोपहर 1:00 बजे
राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की बैठक होती है। बैठक में सरकार की ओर से जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू शामिल होते हैं। विपक्ष “ऑपरेशन सिंदूर” पर प्रधानमंत्री की मौजूदगी में चर्चा की मांग करता है। सहमति न बनने पर बैठक अनिर्णीत रहती है।
शाम 4:00 बजे
राज्यसभा में जगदीप धनखड़ दोबारा चेयर पर आते हैं और सूचित करते हैं कि उन्हें जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव मिला है। वे कहते हैं कि इस पर अगला फैसला मंगलवार को लिया जाएगा।
शाम 4:30 बजे
BAC की दूसरी बैठक बुलाई जाती है। इस बार बीजेपी की तरफ से जेपी नड्डा और रिजिजू अनुपस्थित रहते हैं। एल मुरुगन बताते हैं कि दोनों मंत्री व्यस्त हैं। बैठक स्थगित कर दी जाती है।
इसी दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कक्ष में केंद्र सरकार के शीर्ष मंत्रियों की अहम बैठक होती है। बीजेपी और एनडीए सांसदों से दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। माहौल में अचानक तेजी देखी जाती है।
शाम 7:00 बजे के बाद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकात करते हैं।
रात करीब 9:00 बजे
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपने सोशल मीडिया पर इस्तीफे की घोषणा करते हैं, कारण बताया—स्वास्थ्य खराब होना।
विपक्ष का आरोप
विपक्ष का कहना है कि यह इस्तीफा “दबाव का नतीजा” है। वे सवाल उठा रहे हैं कि अगर स्वास्थ्य ही कारण था तो सत्र से पहले इस्तीफा क्यों नहीं दिया गया? वे दिनभर के घटनाक्रम को इसके पीछे की असली वजह बता रहे हैं।
उपराष्ट्रपति धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति ने किया मंजूर
बता दें कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया है राज्यसभा में इसकी जानकारी दी गई। धनखड़ के इस्तीफे से न सिर्फ सत्ता पक्ष हक्का-बक्का है बल्कि विपक्ष भी हैरान-परेशान है और अब सबकी निगाहें अगले उपराष्ट्रपति के नाम पर हैं कि किसे ये बेहद अहम जिम्मेदारी मिलती है।