UCC से आदिवासी होंगे बाहर: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पष्ट किया केंद्र का रुख

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (फाइल फोटो- @KirenRijiju)
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को स्पष्ट रूप से कहा कि प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code - UCC) देश के आदिवासी समुदायों पर लागू नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर भारत और देश के अन्य आदिवासी क्षेत्रों को इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा ताकि वे अपनी परंपराओं और जीवनशैली के अनुसार स्वतंत्र रूप से जीवन जी सकें।
ये भी पढ़ें- मराठा आरक्षण पर क्यों बढ़ी तनातनी, क्या है रिजर्वेशन पर 50% की सीमा? मंडल केस के फैसले में उलझा है पूरा गणित
UCC पर सरकार का रुख
रिजिजू, नागपुर में वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने UCC को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रम की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि कुछ लोग केंद्र सरकार के खिलाफ "विकृत विमर्श" तैयार कर रहे हैं। रिजिजू ने कहा- "हमारी सरकार और भाजपा संविधान के दायरे में रहकर समान नागरिक संहिता लाने की सोच रही है। जब देश में फौजदारी कानून सभी के लिए समान हैं, तो नागरिक कानून क्यों नहीं? आदिवासी क्षेत्रों को इस कानून से छूट दी जाएगी। संविधान की अनुसूची 5 और अनुसूची 6 के तहत आने वाले क्षेत्र, विशेष रूप से पूर्वोत्तर भारत और अन्य जनजातीय इलाके, इस दायरे में नहीं आएंगे।" उन्होंने साफ किया कि यह निर्णय आदिवासी समुदायों की पारंपरिक व्यवस्था, रीति-रिवाज़ और जीवनशैली की रक्षा के उद्देश्य से लिया गया है।
यूसीसी पर राज्यों और आयोग का रुख
वर्तमान में UCC का मामला विधि आयोग के विचाराधीन है। इस बीच, उत्तराखंड राज्य ने देश में पहली बार यूसीसी लागू किया है, जो एक मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। रिजिजू ने यह भी संकेत दिया कि कुछ अन्य राज्य भी इस दिशा में पहल कर सकते हैं, लेकिन आदिवासी क्षेत्रों की विशिष्ट पहचान और संवैधानिक अधिकारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
कांग्रेस पर परोक्ष हमला
भगवान बिरसा मुंडा भवन में जनजातीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर रिजिजू ने कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि एक समय था जब "दिल्ली में अधिवक्ताओं के लिए कोई बड़ा संस्थान या स्थान नहीं था।" उन्होंने कहा कि उस समय केंद्र की मंत्रिपरिषद में आदिवासी समुदायों के निर्वाचित सांसदों का प्रतिनिधित्व भी अपर्याप्त था। रिजिजू ने उपस्थित लोगों से कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के एक बहुत वरिष्ठ नेता अरविंद नेताम उस समय राज्य मंत्री थे। जब मैंने उनसे मुलाकात की और पूछा कि अनुसूचित जनजातियों के और कितने नेता केंद्र सरकार में वरिष्ठ मंत्री या राज्य मंत्री हैं, तो उन्होंने कहा कि केवल एक या दो।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। देश (India News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
शिशुपाल कुमार टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल के न्यूज डेस्क में कार्यरत हैं और उन्हें पत्रकारिता में 13 वर्षों का अनुभव है। पटना से ताल्लुक रखने वाले शिशुपा...और देखें

Aaj Ki Taza Khabar LIVE: ट्रंप ने पीएम मोदी को फिर बताया अपना दोस्त....नेपाल में आज प्रदर्शनकारियों की बैठक

'देश के विकास के लिए काम करूंगा', उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद सीपी राधाकृष्णन ने लिया संकल्प

'भागीदारी की असीमित क्षमताओं को सामने लाएगी व्यापार वार्ता', ट्रंप के ट्वीट के बाद PM मोदी का आया जवाब

रूस में बहुपक्षीय संयुक्त सैन्य अभ्यास, भारतीय सेना भी दिखाएगी अपनी ताकत

नेपाल के संकटपूर्ण राजनीतिक हालातों के बीच उत्तराखंड की सीमाओं पर सतर्कता: मुख्यमंत्री धामी की समीक्षा बैठक
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited