संजय कुमार की पोस्ट में दावा किया गया था कि राज्य विधानसभा चुनावों में दो सीटों पर मतदाताओं की संख्या में 2024 के आम चुनावों की तुलना में भारी गिरावट आई है। ये दोनों चुनाव लगभग छह महीने के अंतराल पर हुए थे। बाद में उन्होंने मंगलवार को इस पोस्ट को हटा दिया...
Maharashtra Voter Data Row: चुनाव विश्लेषक और सेंटर फोर द स्टडी आफ डेवलपिंग सोसायटीज (CSDS) के प्रोफेसर संजय कुमार के खिलाफ चुनाव के संबंध में झूठा बयान देने के आरोप में दो प्राथमिकी दर्ज की गईं। उन पर 2024 के आम चुनावों की तुलना में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में दो सीट पर मतदाता आंकड़ा साझा करते हुए कथित रूप से झूठा बयान देने को लेकर ये मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि बुधवार को नागपुर जिले और नासिक में मामले दर्ज किए गए।
संजय कुमार की मुश्किलों में इजाफा (एएनआई)
दो सीटों पर मतदाताओं की संख्या में गिरावट का किया था दावा
संजय कुमार की पोस्ट में दावा किया गया था कि राज्य विधानसभा चुनावों में दो सीटों पर मतदाताओं की संख्या में 2024 के आम चुनावों की तुलना में भारी गिरावट आई है। ये दोनों चुनाव लगभग छह महीने के अंतराल पर हुए थे। बाद में उन्होंने मंगलवार को इस पोस्ट को हटा दिया और एक अन्य पोस्ट में गलत डेटा पोस्ट करने के लिए माफ़ी मांगी थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंगना विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या में अंतर के संबंध में उनके द्वारा किए गए दावे को लेकर नागपुर जिले के रामटेक के तहसीलदार ने शिकायत दर्ज कराई।
संजय कुमार के खिलाफ नागपुर और नासिक में मामला दर्ज
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि हिंगना विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या में अंतर के उनके दावों के संबंध में नागपुर जिले के रामटेक के तहसीलदार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 175 (चुनाव के संबंध में झूठा बयान), 353 (1) बी (सार्वजनिक शरारत करने वाले बयान), 212 (लोक सेवक को गलत जानकारी देना) और 340 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
नासिक जिले के देवलाली विधानसभा क्षेत्र के नायब-तहसीलदार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर नासिक शहर के सरकारवाड़ा पुलिस स्टेशन में एक और मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि संजय कुमार ने 11 अगस्त, 2025 की एक पोस्ट में जिक्र किया था कि (2024) लोकसभा चुनाव के दौरान देवलाली निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 4,56,072 थी, जबकि वास्तविक संख्या 2,76,902 थी।
अधिकारी ने बताया कि संजय कुमार ने कथित तौर पर नवंबर 2024 में होने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान देवलाली में मतदाताओं की संख्या 2,88,141 बताई थी, जो भ्रामक है। अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चुनाव संबंधी भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में उन पर बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीएसडीएस ने गलत डेटासेट का इस्तेमाल किया
नासिक कलेक्ट्रेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रशासन के पास इस दावे की पुष्टि के लिए पुष्ट आंकड़े हैं कि सीएसडीएस ने गलत डेटासेट का इस्तेमाल करके मतदाता संख्या की भ्रामक तस्वीर पेश की है। नाम न बताने की शर्त पर उस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और अब पुलिस को आरोपी संजय कुमार को नोटिस जारी करने का फैसला करना है। अगर पुलिस पुष्टि या अपनी जांच के लिए आंकड़े मांगती है, तो हमने उन्हें तैयार कर लिया है और उनके साथ साझा करने के लिए तैयार हैं।
नासिक के देवलाली विधानसभा क्षेत्र की नायब तहसीलदार प्रवीणा तड़वी ने कहा कि सीएसडीएस ने लोकसभा सूची में मतदाताओं की संख्या ज़्यादा दिखाई है, जबकि विधानसभा के मतदाता आंकड़े सही हैं। एफआईआर दर्ज करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि लोगों के बीच इस तरह की गलत जानकारी फैलाए जाने के बाद, हमने आज नासिक में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। संजय कुमार के पोस्ट में दावा किया गया था कि 2024 के आम चुनावों की तुलना में राज्य के चुनावों में दो विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है, जो लगभग छह महीने के अंतराल पर हुए थे।