मोहब्बत की स्याही में डूबी कलम के धनी थे धर्मवीर भारती, आज भी जल रही है 'गुनाहों के देवता' की रचनाओं की मशाल
Dharmveer Bharati: धर्मवीर भारती का मानना था कि कविता का दायरा इतना व्यापक होना चाहिए कि वह मानव की चिर-आदिम प्रवृत्तियों का भी मर्म छू सके। यही कारण है कि ‘ठंडा लोहा’, ‘सात गीत वर्ष’ और ‘कनुप्रिया’ जैसे संग्रह हिंदी कविता को नई संवेदना और सौंदर्य प्रदान करते हैं।
धर्मवीर भारती (Photo: Canva)
दरबार से दरगाह तक, हिंदी की पहली आवाज बना वह मुसलमान, खुद को कहता था हिंद का तोता
Jitiya 2025 Noni Ka Saag Recipe: जितिया व्रत में खास रूप से बनता है नोनी का साग, यहां देखें साग की रेसिपी और खाने का महत्व
सफेद बाल भी हो जाएंगे काले, बस अपनी डाइट में शामिल कर लें ये चीजें
Parenting: सात साल तक के बच्चों के लिए 7 जरूरी पेरेंटिंग टिप्स, नोट कर लें पेरेंट्स, बन जाएगा बच्चे का फ्यूचर
Hindi Diwas 2025: 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है..', पढ़ें राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 5 प्रमुख कविताएं
सुनीत सिंह टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में बतौर डिप्टी न्यूज़ एडिटर कार्यरत हैं। टीवी और डिजिटल पत्रकार...और देखें
'मुंबई को बॉम्बे या बंबई कहना बंद करें कपिल शर्मा, नहीं तो...'; राज ठाकरे की MNS ने कॉमेडियन को दी चेतावनी
डेंगू और मलेरिया को लेकर केंद्र सरकार सख्त, राज्यों को जारी की एडवाइजरी; 20 दिनों में एक्शन प्लान बनाने का निर्देश
राहुल गांधी की सुरक्षा पर सीआरपीएफ़ प्रमुख का पत्र, कांग्रेस ने उठाए सवाल
कश्मीर के सेब अब सीधे दिल्ली के बाजार तक...,रेलवे की कश्मीरी सेब के लिए शुरू हुई 'स्पेशल ट्रेन सेवा'
TATA ग्रुप की इस कंपनी में मिलेगा निवेश का मौका, अक्टूबर में आएगा 17,000 करोड़ रुपये का IPO
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited