स्विट्जरलैंड नहीं जा पा रहे हैं तो जाएं 'मिनी स्विट्जरलैंड', नैनीताल से सिर्फ 3 घंटे दूर

विदेश की यात्रा करना अक्सर खर्चीला होता है। ऐसे में अगर स्विट्जरलैंड घूमने जाने का मन है लेकिन, बजट के चलते आप ट्रिप प्लान नहीं कर पा रहे हैं तो इस बार आप आप नैनीताल के बेहद नजदीक उत्तराखंड के स्विट्जरलैंड की यात्रा करें।

01 / 07
Share

​खूबसूरती से भरा देश भारत​

विविधता से भरे देश भारत में एक से बढ़कर एक ऐसी खूबसरत जगहे हैं जिनके सामने कोई भी विदेशी डेस्टिनेशन फीकी पड़ जाएं। बेहद कम लोगों को इस बारे में पता होगा कि उत्तराखंड में एक ऐसी जगह छिपी है जिसे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है।

02 / 07
Photo : Pinterest

​कौसानी​

हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में स्थित कौसानी की जिसे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी जाना जाता है। प्राकृतिक छटा और हिमालय के खूबसूरत दृश्यों के लिए ये हिल स्टेशन फेमस है।

03 / 07
Photo : Pinterest

​महात्मा गांधी से कनेक्शन​

महात्मा गांधी ने 1929 में कुमाऊं की यात्रा के दौरान कौसानी के अनासक्ति आश्रम में 12 दिन बिताए थे। इस हिल स्टेशन की खूबसूरती से प्रभावित होकर महात्मा गांधी ने इसे भारत का स्विट्जरलैंड कहा था।

04 / 07
Photo : Pinterest

​प्रमुख आकर्षण​

अनाशक्ति आश्रम, बैजनाथ मंदिर, कौसानी टी एस्टेट, पिनाथ मंदिर और रुद्रधारी जलप्रपात इस हिल स्टेशन के प्रमुख आकर्षण हैं। गुफाओं का दौरा भी आप अपनी बकेटलिस्ट में शामिल कर सकते हैं।

05 / 07
Photo : Pinterest

​खाने और रहने की व्यवस्था​

यहां आपको बड़े ही आराम से ₹800–₹1200/रात के खर्चे पर स्टे के ऑपशन मिल जाएंगे। भट्ट की चुरकानी, आलू के गुटके, मडुए की रोटी यहां लोग बड़े चाव से खाते हैं।

06 / 07
Photo : Pinterest

​कैसे पहुंचें​

नैनीताल, अल्मोड़ा या फिर रानीखेत से अच्छी रोड कनेक्टिविटी है ऐसे में सड़क मार्ग के जरिए यात्रा की जा सकती है। इस हिल स्टेशन के निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम (लगभग 135 किमी) है।

07 / 07
Photo : Pinterest

​यात्रा सुझाव​

मानसून के मौसम में अगर आप यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो ताजा मौसम अपडेट जरूर जानें। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन (landslide) वाले क्षेत्रों में यात्रा टालें या पूरी जानकारी के साथ जाएं। स्थानीय प्रशासन की सलाह जरूर मानें।