बांग्लादेश में लोकतंत्र का भविष्य संकट में: शेख हसीना के बाद अराजकता, सांप्रदायिक हिंसा और चुनावी अनिश्चितता
शेख हसीना की सत्ता से विदाई को लोकतंत्र की जीत समझा गया था, लेकिन जिस बदलाव की अपेक्षा थी, वह संस्थागत विफलताओं, सांप्रदायिक हिंसा और कट्टरपंथ के उभार में तब्दील हो गया है। नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में अंतरिम सरकार स्थायित्व और पारदर्शिता लाने में विफल रही है। यदि जल्द और निर्णायक सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो बांग्लादेश लोकतंत्र के पतन, सामाजिक विघटन और क्षेत्रीय अस्थिरता की ओर बढ़ सकता है।
बांग्लादेश में लोकतंत्र का भविष्य संकट में (फोटो- AP)
लिंचिंग और कानून का पतन
भूकंप से थर्राया रूस का यह इलाका, 7.4 तीव्रता के लगे झटके; जानें सुनामी का खतरा है या नहीं
पाकिस्तानी सेना पर TTP के आतंकी हमले में 12 जवानों की मौत, कार्रवाई में 35 आतंकवादी मारे गए
मिलिए! दुनिया की पहली AI मंत्री 'डिएला' से, भ्रष्टाचार पर 'प्रहार' के लिए उठाएगी कदम
भूकंप के तेज झटकों से हिला रूस का सुदूर पूर्वी इलाका, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.4, सूनामी की चेतावनी जारी
सर्जरी बीच में छोड़कर नर्स के साथ सेक्स करने चला गया डॉक्टर, अस्पताल में मचा बवाल; कोर्ट में जाकर दी अजीबोगरीब सफाई
अल्पसंख्यकों पर बढ़ते हमले
कट्टरपंथ की बढ़ती ताकत
- विश्वविद्यालयों और मीडिया संस्थानों को धमकियों का सामना करना पड़ रहा है।
- महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर बढ़ते उत्पीड़न की शिकायत कर रही हैं।
चुनावी प्रक्रिया पर सवाल
शिशुपाल कुमार टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल के न्यूज डेस्क में कार्यरत हैं और उन्हें पत्रकारिता में 13 वर...और देखें
अब तक कितने लोगों ने फाइल किया इनकम टैक्स रिटर्न? सामने आया पूरा डाटा
भूकंप से थर्राया रूस का यह इलाका, 7.4 तीव्रता के लगे झटके; जानें सुनामी का खतरा है या नहीं
Delhi: शालीमार बाग के मैक्स अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी; पुलिस और दमकल विभाग मौके पर तैनात, जांच जारी
पाकिस्तानी सेना पर TTP के आतंकी हमले में 12 जवानों की मौत, कार्रवाई में 35 आतंकवादी मारे गए
फेस्टिव सीजन में खुले रखें आंख-कान, सस्ते के चक्कर में खरीदारी करना पड़ सकता है भारी, न करें ये गलतियां
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited