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BRICS देशों में 'एक-दूसरे से नफरत', अमेरिका के साथ व्यापार में करते हैं 'वैम्पायर' जैसा बर्ताव, नवारो ने फिर उगला जहर

नवारो ने सोमवार को ‘रियल अमेरिकाज वॉयस’ कार्यक्रम को दिए एक साक्षात्कार में कहा, मुझे समझ नहीं आता कि ब्रिक्स गठबंधन कैसे एकजुट रह सकता है, क्योंकि ऐतिहासिक रूप से ये सभी एक-दूसरे से नफरत करते रहे हैं और एक-दूसरे को मारते रहे हैं।

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Peter Navarro on BRICS: अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास व कार्यालय व्हाइट हाउस के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने ब्रिक्स देशों (BRICS) और गठबंधन के खिलाफ आग उगली है। नवारो ने कहा कि ब्रिक्स गठबंधन लंबे समय तक नहीं टिकेगा, क्योंकि इसके सदस्य देश एक-दूसरे से नफरत करते हैं। उन्होंने इन देशों के व्यापार करने के तौर-तरीकों की तुलना अमेरिका का शोषण करने वाले पिशाचों से की है। ब्रिक्स में मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे, लेकिन इसका 2024 में विस्तार करके इसमें मिस्र, इथियोपिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया गया और 2025 में इंडोनेशिया भी इसमें शामिल हो गया।

नवारो ने ब्रिक्स देशों पर उगली आग (AP)

नवारो बोले- एक-दूसरे से नफरत करते रहे हैं ब्रिक्स देश

नवारो ने सोमवार को ‘रियल अमेरिकाज वॉयस’ कार्यक्रम को दिए एक साक्षात्कार में कहा, मुझे समझ नहीं आता कि ब्रिक्स गठबंधन कैसे एकजुट रह सकता है, क्योंकि ऐतिहासिक रूप से ये सभी एक-दूसरे से नफरत करते रहे हैं और एक-दूसरे को मारते रहे हैं। ब्रिक्स देशों पर तीखा निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, असल बात यह है कि इस समूह का कोई भी देश तब तक जीवित नहीं रह सकता जब तक वे अमेरिका को अपना माल नहीं बेचते। और जब वे अमेरिका को निर्यात करते हैं, तो वे अपनी अनुचित व्यापार नीतियों से पिशाचों (वैम्पायर) की तरह हमारी नसों का खून चूसते हैं।

भारत दशकों से चीन के साथ युद्ध लड़ रहा है

रूस से तेल आयात और ऊंचे शुल्कों को लेकर भारत के खिलाफ आए दिन राग अलापने वाले नवारो ने कहा कि भारत दशकों से चीन के साथ युद्ध लड़ रहा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, और मुझे अभी याद आया, हां, पाकिस्तान को परमाणु बम चीन ने ही दिया था। अब आपके पास हिंद महासागर में चीनी झंडे लिए हवाई जहाज घूम रहे हैं। मोदी, देखिए आप इसे कैसे संभालते हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि रूस का चीन के साथ पूरी तरह गठजोड़ है। नवारो ने दावा किया कि बीजिंग की नजर रूसी बंदरगाह व्लादिवोस्तोक पर है और वह पहले से ही बड़े पैमाने पर अवैध आव्रजन के जरिए साइबेरिया, जो रूसी अर्ध-साम्राज्य का सबसे बड़ा भूभाग है, पर उपनिवेश स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा, तो पुतिन, आपको उसके लिए शुभकामनाएं।

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