टीवी मसाला

रामानंद सागर की Ramayan के कारण TV के राम-सिया ने 4 साल तक नहीं मनाई दिवाली, खुद एक्ट्रेस ने बताई चौंकाने वाली वजह

Dipika Chikhlia Reveals That They Could Not Celebrate Diwali During Ramayan: टीवी के इतिहास में रामानंद सागर की 'रामायण' ने अपनी अलग ही पहचान बनाई है। शो में जहां अरुण गोविल ने भगवान राम का रोल अदा किया तो वहीं दीपिका चिखलिया सीता माता के किरदार में दिखाई दी थीं।

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Dipika Chikhlia Reveals That They Could Not Celebrate Diwali During Ramayan: रामानंद सागर की 'रामायण' ने टीवी के इतिहास में अपनी अलग ही जगह बनाई हुई है। सालों बाद भी रामानंद सागर की 'रामायण' को लोग बहुत चाव से देखना पसंद करते हैं। 'रामायण' से न केवल लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, बल्कि इसका हिस्सा रह चुके कलाकारों को भी लोगों के दिलों में खास जगह मिली हुई है। रामानंद सागर की 'रामायण' (Ramayan) में एक्टर अरुण गोविल ने भगवान राम का किरदार निभाया तो वहीं दीपिका चिखलिया ने देवी सीता का रोल अदा किया था। इस शो के बाद लोग अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया(Dipika Chikhlia) को सच में राम-सीता मानने लगे थे। यहां तक कि कई बार उन्हें भगवान राम और देवी सीता के नाम से संबोधित भी किया जाता था। लेकिन बता दें कि 'रामायण' की शूटिंग के दौरान दीपिका चिखलिया सहित शो के बाकी कलाकार करीब 4 साल तक अपने घर पर दिवाली नहीं मना पाए थे।

दीपिका चिखलिया(Dipika Chikhlia) ने इस बात का खुलासा खुद न्यूज 24 को दिये इंटरव्यू में किया था। 'रामायण' (Ramayan) की सीता माता यानी दीपिका चिखलिया बताया था कि शूटिंग के दौरान उन्हें अपने घर पर चार साल तक दिवाली मनाने का मौका नहीं मिला। एक्ट्रेस ने इस बात की वजह भी जाहिर की थी। दीपिका चिखलिया के मुताबिक, 'रामायण' की शूटिंग महाराष्ट्र के बॉर्डर के पास शेड्यूल हो रही थी। सीरियल को उमरगांव में शूट किया गया था, जो कि नंदुरबार तालुका का एक छोटा सा गांव है। ये जगह महाराष्ट्र के बॉर्डर पर मौजूद नंदुरबार जिले में मौजूद है। दीपिका चिखलिया ने बताया कि सीरियल की शूटिंग काफी लंबी चलती थी। साथ ही कलाकारों के ठहरने की जगह भी शूटिंग के आसपास थी। लेकिन ये लोकेशन कलाकारों के अपने घरों से काफी दूर थी। ऐसे में उनके लिए वहां जा पाना बेहद मुश्किल होता था।

दीपिका चिखलिया(Dipika Chikhlia) ने उसी इंटरव्यू में आगे बताया था कि लंबी दूरी की वजह से कास्ट और क्रू मेंबर्स अपने घर तक नहीं जा पाते थे। जिससे उन्हें त्यौहारों पर भी अपने परिवार और घर से दूर रहना पड़ता था। दीपिका चिखलिया ने इस बारे में कहा था कि 'रामायण' और 'लव कुश', दोनों शो की शूटिंग करीब 4 साल तक चली, जिससे पूरे शेड्यूल के दौरान वे कलाकार दिवाली मनाने कभी भी घर नहीं जा पाए। हालांकि दीपिका चिखलिया और 'रामायण' के बाकी कलाकारों का ये बलिदान उनके लिए काफी अहम साबित हुआ, क्योंकि आज भी उन कलाकारों को टीवी के इतिहास में अलग उपाधि मिली हुई है।

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