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बाढ़ के बाद होने वाले जलभराव में कैसे रखें सेहत का ख्याल, जमा पानी कैसे हो सकता है नुकसानदेह, क्या बरतें सावधानी

Flood Health And Precaution Tips In Hindi: भारत में हर साल बाढ़ के बाद जलभराव से कई बीमारियां फैलती हैं। जमा पानी डेंगू, मलेरिया, हैजा और टाइफॉइड जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। जानिए बाढ़ प्रभावित इलाकों में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल, क्यों दूषित पानी और गंदगी नुकसानदेह हो सकती है और कौन सी जरूरी सावधानियां अपनाकर आप खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
Flood Health And Precaution Tips In Hindi

Flood Health And Precaution Tips In Hindi

तस्वीर साभार : iStock

Flood Health And Precaution Tips In Hindi: भारत में हर साल मॉनसून के दौरान कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। इस साल भी बिहार, उत्तर प्रदेश, असम और केरल जैसे राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बाढ़ के बाद सिर्फ घर और सड़कें ही पानी में नहीं डूबते, बल्कि जलभराव से कई तरह की बीमारियां भी फैलती हैं। ऐसे हालात में सेहत की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती बन जाती है। आइए जानते हैं कि बाढ़ के बाद जमा पानी क्यों खतरनाक होता है और किन सावधानियों से हम खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।

जमा पानी कैसे बनता है बीमारियों का घर

बाढ़ के बाद जब पानी सड़कों, गलियों और घरों में जमा हो जाता है तो उसमें गंदगी, सीवेज और कीड़े-मकौड़े मिलकर खतरनाक माहौल बना देते हैं। यही पानी डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों को बढ़ावा देता है। असम और बिहार जैसे राज्यों में हर साल बाढ़ के बाद मलेरिया और डेंगू के केस तेजी से बढ़ते हैं। इसके अलावा इस पानी से हैजा, टाइफॉइड और डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियां भी फैल सकती हैं।

दूषित पानी से बढ़ता संक्रमण का खतरा

बाढ़ के समय नल का पानी या कुओं का पानी भी दूषित हो सकता है। यह पानी पीने से उल्टी, दस्त और पेट संबंधी गंभीर संक्रमण हो सकते हैं। कई बार बच्चों और बुजुर्गों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जिस वजह से उन्हें जल्दी बीमारी घेर लेती है।

त्वचा और सांस की समस्याएं

जमा हुए पानी में कई तरह के बैक्टीरिया और फंगस पनप जाते हैं। लगातार गीले वातावरण में रहने से स्किन इंफेक्शन, खुजली और फंगल इन्फेक्शन आम हो जाते हैं। वहीं, नमी और गंदगी से सांस की बीमारियां जैसे अस्थमा और एलर्जी भी बढ़ सकती हैं।

कैसे रखें सेहत का ख्याल

  • साफ पीने का पानी इस्तेमाल करें: हमेशा पानी को उबालकर पिएं या पानी में क्लोरीन की टैबलेट डालकर उसे शुद्ध करें।
  • मच्छरों से बचाव करें: मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, शरीर को ढककर रखें और घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें: गंदे पानी में पैरों को लंबे समय तक डुबोकर न रखें, घर लौटने के बाद पैरों और हाथों को साबुन से अच्छे से धोएं।
  • खाना ताजा खाएं: बासी और बाहर का खाना खाने से परहेज करें, क्योंकि बाढ़ के दौरान खाने में जल्दी बैक्टीरिया पनप जाते हैं।
  • जरूरी दवाइयां पास रखें: बुखार, डायरिया या खांसी-जुकाम जैसे शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करें।

बाढ़ के बाद जलभराव सिर्फ रोजमर्रा की जिंदगी को मुश्किल नहीं बनाता, बल्कि यह हमारी सेहत के लिए भी गंभीर खतरा है। भारत के कई राज्यों में हर साल लोग बाढ़ के बाद फैली बीमारियों से जूझते हैं। ऐसे में समय रहते सावधानियां बरतना ही सबसे बड़ा उपाय है। साफ पानी, साफ-सफाई और मच्छरों से बचाव पर ध्यान देकर हम इन खतरों से काफी हद तक सुरक्षित रह सकते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

विनीत टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में फीचर डेस्क के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़े हैं। वे मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। इन्हें हेल्थ, फिटनेस और न्य...और देखें

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