यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हुआ 'मराठा मिलिट्री लैंडस्केप', दुनिया में होगी एक अलग पहचान

Maratha Military Landscapes (फोटो - Canva)
UNESCO New World Heritage Sites 2025 : संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों की रक्षा के लिए समर्पित संगठन UNESCO ने 2025 में अपनी प्रतिष्ठित विश्व धरोहर सूची में 26 नए स्थानों को शामिल किया है। इनमें 21 सांस्कृतिक स्थल, 4 प्राकृतिक स्थल और 1 मिश्रित श्रेणी का स्थल शामिल है। इस वैश्विक सूची में इस बार भारत को भी खास स्थान दिया गया है। जी हां इस इसमें "Maratha Military Landscapes of India" को भी शामिल किया गया है। ये देश का 44 वां विश्व धरोहर स्थल बन गया है। आइए जानते हैं इनके वैश्विक महत्व के बारे में...
मराठा प्रतीक का वैश्विक सम्मान
यह सूची साल 2025 में पेरिस में आयोजित UNESCO की 47वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में तैयार की गई है। इसमें 12 किले शामिल हैं—जिसमें अधिकांश किले महाराष्ट्र में हैं और एक (जिंजी किला) तमिलनाडु में है। इन किलों में रायगढ़, शिवनेरी, लोहगड, खंडेरी, राजगढ़, प्रतापगढ़, सुवर्णदुर्ग, पनहला, विजयदुर्ग और सिंधुदुर्ग जैसी ऐतिहासिक इमारतें शामिल हैं, जो 17वीं से 19वीं सदी में मराठा साम्राज्य की रक्षा रणनीति और स्थापत्य कौशल को दिखाते हैं। भारत की इस शानदार स्थापत्य कला को यूनेस्को के माध्यम से वैश्विक पटल पर एक पहचान मिलेगी।
यह भी पढ़ें - क्या है इको-टूरिज्म? खुद को ले जाएं नेचर के बेहद करीब देखने को मिलेगा प्रकृति का गजब नजारा
सूची में शामिल दुनिया भर के धरोहर स्थल
सांस्कृतिक धरोहर स्थल
- कम्बोडियाई स्मारक स्थल – कम्बोडिया (एशिया)
- प्राचीन खुट्टल के सांस्कृतिक विरासत स्थल – ताजिकिस्तान (एशिया)
- Diy-Gid-Biy सांस्कृतिक परिदृश्य – कैमरून (अफ्रीका)
- फया पैलियो लैंडस्केप – संयुक्त अरब अमीरात (एशिया)
- वन अनुसंधान संस्थान पार्क – मलेशिया (एशिया)
- अंत्येष्टि परंपरा, प्रागैतिहासिक सार्डिनिया – इटली (यूरोप)
- मराठा सैन्य परिदृश्य – भारत (एशिया)
- कार्नाक के मेगालिथ – फ्रांस (यूरोप)
- मिनोअन महलनुमा केंद्र – ग्रीस (यूरोप)
- माउंट मुलंजे सांस्कृतिक परिदृश्य – मलावी (अफ्रीका)
- मुरुजुगा सांस्कृतिक परिदृश्य – ऑस्ट्रेलिया
- बंगुचेओन धारा के किनारे पेट्रोग्लिफ्स – दक्षिण कोरिया (एशिया)
- शुलगन-ताश गुफा के शैल चित्र – रूस (यूरोप/एशिया)
- बिन टेपे के सार्डिस और लिडियन तुमुली – तुर्किये (यूरोप/एशिया)
- 17वीं सदी का पोर्ट रॉयल – जमैका (उत्तरी अमेरिका)
- औपनिवेशिक ट्रांसिसथ्मियन मार्ग – पनामा (उत्तरी अमेरिका)
- राजा लुडविग द्वितीय के महल – जर्मनी (यूरोप)
- खोर्रमाबाद घाटी के प्रागैतिहासिक स्थल – ईरान (एशिया)
- विरीकुटा के लिए विक्सारिका मार्ग – मेक्सिको (उत्तरी अमेरिका)
- जिक्सिया इंपीरियल मकबरे – चीन (एशिया)
- येन तू-विन्ह नगीम-कॉन सोन कॉम्प्लेक्स – वियतनाम (एशिया)
प्राकृतिक धरोहर स्थल
- कैवर्नस डो पेरुआकु राष्ट्रीय उद्यान – ब्राजील (दक्षिण अमेरिका)
- बिजागोस के तटीय और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र – गिनी-बिसाऊ (अफ्रीका)
- गोला-तिवई कॉम्प्लेक्स – सिएरा लियोन (अफ्रीका)
- पेरुआकू नदी घाटी – ब्राजील (दक्षिण अमेरिका)
- मॉन्स क्लिंट चाक चट्टानें – डेनमार्क (यूरोप)
निष्कर्ष - UNESCO दुनिया भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासतों को संरक्षित करने का सबसे बड़ा मंच है। "मराठा मिलिट्री लैंडस्केप्स" को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किए जाना हमारे हमारे इतिहास, युद्ध कला और स्थापत्य विरासत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान का एक बड़ा प्रतीक है। यह मंच न केवल हमारी संस्कृति की समृद्धि को विश्व के सामने प्रस्तुत करता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को इन ऐतिहासिक स्मारकों की सुरक्षा की प्रेरणा भी देता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। यात्रा (Travel News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
गुलशन कुमार टाइम्स नाऊ हिंदी डिजिटल में फीचर डेस्क से जुड़े हैं। गुलशन कुमार उत्तर प्रदेश के खुर्जा शहर से ताल्लुक रखते हैं। इन्हें हेल्थ, लाइफस्टाइल ...और देखें

बंजी जंपिंग और स्काई डाइविंग में क्या अंतर होता है?

सिर्फ गाड़ी और बाइक ही नहीं GST कम होने से घूमना फिरना भी हुआ सस्ता, होगी हजारों की बचत

क्या है इको-टूरिज्म? खुद को ले जाएं नेचर के बेहद करीब देखने को मिलेगा प्रकृति का गजब नजारा

भारतीय पर्यटकों का दिल जीत रहा है वियतनाम, जानें बढ़ती लोकप्रियता के 4 बड़े कारण

मेरी कम उम्मीदें और Taj Mahal की अद्भुत खूबसूरती, जानें से पहले एक बार पढ़ लें ताज से मेरी मुलाकात
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited