ट्रंप ने व्यापार को एक मजबूत हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की अपनी रणनीति की ओर इशारा करते हुए कहा, हमने व्यापार के जरिए ऐसा किया। जानिए ट्रंप ने क्या-क्या दावे किए।
Donald Trump on India-Pakistan Conflict: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (स्थानीय समय) को पुराना राग छेड़ते हुए अपने इस दावे को दोहराया कि उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को बढ़ने से रोक दिया। ट्रंप ने यह टिप्पणी नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ अपनी बैठक के दौरान की। ट्रंप ने कहा, हम युद्धों को सुलझाने में बहुत सफल रहे हैं, भारत, पाकिस्तान... वैसे, जिस तरह से हालात थे, उससे एक हफ्ते के भीतर ही भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध छिड़ जाता। हालात बहुत बुरे थे।
ट्रंप ने फिर किया भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाने का दावा (AP)
ट्रंप बोले, ट्रेड के जरिए युद्ध रुकवाया
एएनआई की खबर के मुताबिक, ट्रंप ने व्यापार को एक मजबूत हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की अपनी रणनीति की ओर इशारा करते हुए कहा, हमने व्यापार के जरिए ऐसा किया। मैंने कहा था, जब तक आप इस मामले को सुलझा नहीं लेते, हम आपसे व्यापार के बारे में बात नहीं करेंगे, और उन्होंने ऐसा किया। जून में ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा था, आप जानते हैं, मैंने कुछ ऐसा किया जिसके बारे में लोग बात नहीं करते, और मैं ज्यादा बात भी नहीं करता, लेकिन हमने एक बड़ी समस्या, संभवतः भारत और पाकिस्तान के साथ एक परमाणु समस्या, सुलझा ली है।
उन्होंने आगे कहा, मैंने पाकिस्तान से बात की, मैंने भारत से बात की, उनके पास वाकई बहुत अच्छे नेता हैं, लेकिन वे आक्रामक रुख अपना रहे थे, और वे परमाणु हमले भी कर सकते थे। आतंकी ढांचे पर सटीक हमले के बाद इस्लामाबाद की आक्रामकता का भारत द्वारा प्रभावी जवाब दिए जाने के बाद ट्रंप ने बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को रोकने का श्रेय लिया है।
हालांकि, भारत ने हर मौके पर साफ किया है कि युद्धविराम ट्रंप के कहने पर नहीं बल्कि पाकिस्तान की गुजारिश पर हुआ था। भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों का खंडन किया और अपनी नीति दोहराई कि भारत और पाकिस्तान केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मामले को द्विपक्षीय रूप से सुलझाएंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा था- जैसा कि आप जानते हैं, हमारा लंबे समय से राष्ट्रीय दृष्टिकोण रहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। यह नीति नहीं बदली है। जैसा कि आप जानते हैं, लंबित मामला पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने और शत्रुता समाप्त होने के बाद से भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच व्यापार का मुद्दा नहीं उठा। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति बनने तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच उभरती सैन्य स्थिति पर बातचीत हुई। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिखाया पाकिस्तान को सबक
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। भारत ने इसके बाद पाकिस्तानी सैन्य आक्रमण को नाकाम कर दिया और उसके हवाई ठिकानों पर बमबारी की। पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को दिए गए फोन के बाद भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम पर सहमत हुए। (एएनआई)