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9/11 हमला: वो दिन जब आतंकी हमले से दहल गया था अमेरिका, ताश के पत्तों की तरह ढह गया था ट्विन टावर

11 सितंबर, 2001 को आतंकवादी समूह अल-कायदा के आत्मघाती अपहरणकर्ताओं ने अमेरिका के प्रमुख जगहों को निशाना बनाकर किए गए चार हमलों से अमेरिका को दहला दिया था।
9/11 attack

11 सितंबर 2011 को हुआ था अमेरिका पर भीषण आतंकी हमला (AP)

9/11 Attack: आज से 24 साल पहले 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में एक ऐसा आतंकी हमला हुआ था जो इससे पहले कभी देखा या सुना नहीं गया था। अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया इस हमले से दहल उठी थी। इन हमलों ने इतिहास की दिशा बदल दी थी। 11 सितंबर, 2001 को आतंकवादी समूह अल-कायदा के आत्मघाती अपहरणकर्ताओं ने अमेरिका के प्रमुख जगहों को निशाना बनाकर किए गए चार हमलों से अमेरिका को दहला दिया था।

11 सितंबर 2001 हमला

दो विमान अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ान 11 और यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान 175, न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी और दक्षिणी टावरों से 17 मिनट के अंतराल पर टकराए। इन टक्करों से टावरों में आग लग गई, जिससे ऊपरी मंजिलों पर लोग फंस गए और पूरी शहर धुएं के गुबार से ढक गया। दो घंटे के भीतर दोनों टावर ढह गए। एक तीसरा विमान, अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ान 77, वाशिंगटन, डीसी के पास अमेरिकी सेना के मुख्यालय पेंटागन से टकराया।

चौथा विमान, यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान 93, यात्रियों द्वारा अपहरणकर्ताओं पर काबू पाने की कोशिश के बाद पेंसिल्वेनिया के शैंक्सविले में एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ऐसा माना जाता है कि अपहरणकर्ताओं का इरादा अमेरिकी कैपिटल को निशाना बनाना था।

कितने लोग मारे गए?

11 सितंबर के हमलों में 19 अपहरणकर्ताओं के अलावा 2,977 लोग मारे गए थे। न्यूयॉर्क शहर में 343 अग्निशमन कर्मियों और 72 कानून प्रवर्तन अधिकारियों सहित लगभग 2,606 लोग मारे गए थे। पेंटागन में 125 लोग मारे गए थे। चारों उड़ानों में 246 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की भी जान चली गई थी।

कई लोग जिंदा तो बच गए थे लेकिन जहरीले मलबे के संपर्क में आने के कारण लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिससे और अधिक मौतें हुई हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अनुसार, 2025 तक लगभग 50,000 लोगों में 11 सितंबर हमले से जुड़े कैंसर का निदान किया गया है, और 8200 से अधिक लोग बीमारियों से मर चुके हैं।

कौन थे हमलावर?

हमलों की योजना ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व वाले अल-कायदा ने बनाई थी। माना जाता है कि खालिद शेख मोहम्मद, जिसने अमेरिका में पढ़ाई की और अफगानिस्तान में लड़ा था, हमले की साजिश रची और पायलटों की भर्ती की। 19 अपहरणकर्ता सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और लेबनान से आए थे।

अमेरिका ने लिया बदला

हमलों के बाद जॉर्ज डब्ल्यू बुश के नेतृत्व में अमेरिका ने अल-कायदा को खत्म करने और बिन लादेन को पकड़ने के लिए अफगानिस्तान पर हमला किया। खालिद शेख मोहम्मद को 2003 में पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया था और वह ग्वांतानामो बे जेल में बंद है, जहां हमलों में उसकी भूमिका को लेकर कानूनी कार्यवाही चल रही है। बिन लादेन 2011 में पाकिस्तान में मारा गया था।

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अमित कुमार मंडल author

पत्रकारिता के सफर की शुरुआत 2005 में नोएडा स्थित अमर उजाला अखबार से हुई जहां मैं खबरों की दुनिया से रूबरू हुआ। यहां मिले अनुभव और जानकारियों ने खबरों ...और देखें

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