हर महीने सैलरी का कितना हिस्सा SIP में डालना चाहिए, यह सबसे बड़ा सवाल है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आप अपनी इनकम का एक तय हिस्सा लगातार SIP में निवेश करेंगे, तो लंबे समय में करोड़ों का फंड बना सकते हैं। बैंक अकाउंट या FD में पैसा रखने से बेहतर है कि उसे म्यूचुअल फंड SIP में लगाएं, जहां कंपाउंडिंग की ताकत से पैसा तेजी से बढ़ता है।
हर महीने सैलरी मिलते ही खर्चों की लिस्ट लंबी हो जाती है किराया, EMI, बिल और शॉपिंग। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आने वाले कुछ सालों में आपके बैंक बैलेंस में सिर्फ कुछ हज़ार नहीं, बल्कि करोड़ों की रकम हो, तो रहस्य छिपा है आपकी सैलरी का एक हिस्सा सही जगह लगाने में। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर आप अपनी कमाई का 30% हर महीने SIP में डालना शुरू कर दें, तो कंपाउंडिंग की ताकत आपको करोड़पति बना सकती है वो भी आपकी आंख झपकते ही बीतने वाले सालों में।
SIP Crorepati Formula
सैलरी का कितना हिस्सा सेव करें?
जब भी सैलरी आती है तो अक्सर मन में सवाल उठता है कि आखिर कितना खर्च करें और कितना बचाएं। ज्यादातर लोग थोड़ा बहुत सेविंग कर लेते हैं, लेकिन अगर आप जल्दी अमीर बनना चाहते हैं तो सिर्फ बचत करना काफी नहीं है, बल्कि सही जगह निवेश करना बेहद जरूरी है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप अपनी सैलरी का करीब 30% हिस्सा हर महीने SIP (Systematic Investment Plan) में लगाते हैं, तो लंबे समय में करोड़ों का फंड बना सकते हैं।
सैलरी का एक हिस्सा SIP में लगाना इसलिए जरूरी है क्योंकि महंगाई हर साल बढ़ती जा रही है। अगर पैसा बैंक अकाउंट या FD में पड़ा रहेगा तो उसका रिटर्न बहुत कम मिलेगा। जबकि SIP से आपका पैसा म्यूचुअल फंड्स और स्टॉक मार्केट में निवेश होता है और कंपाउंडिंग की ताकत से लगातार बढ़ता जाता है। इसका मतलब है कि आपका पैसा आपके लिए काम करने लगता है और धीरे-धीरे बड़ी रकम में बदल जाता है।
मान लीजिए आपकी सैलरी ₹30,000 है। ऐसे में 50% यानी ₹15,000 जरूरतों पर खर्च करें जैसे किराया, EMI, राशन और बिजली-पानी के बिल। 20% यानी ₹6,000 इच्छाओं पर खर्च कर सकते हैं जैसे बाहर खाना, शॉपिंग, मूवी या ट्रैवल। अब बचता है 30% यानी ₹9,000, जिसे SIP और निवेश में लगाना चाहिए। इस तरह हर महीने लगातार SIP करने से आप आने वाले सालों में करोड़ों का फंड खड़ा कर सकते हैं।
कहां करें SIP?
अब सवाल आता है कि आखिर SIP कहां करें? इसके लिए सबसे आसान और बेहतर विकल्प है म्यूचुअल फंड SIP। अगर आपका लक्ष्य लंबी अवधि का है तो इक्विटी फंड्स ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं। वहीं बैलेंस्ड और कम रिस्क पसंद करने वालों के लिए हाइब्रिड या डेट फंड्स बेहतर होते हैं। इसके अलावा सुरक्षित निवेश और टैक्स बचत के लिए PPF जैसी सरकारी योजनाओं में भी निवेश किया जा सकता है।
जरूरी नहीं है कि शुरुआत से ही आप सैलरी का 30% निवेश कर पाएं। आप चाहें तो शुरुआत 10% या 15% से करें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाते हुए 30% तक ले जाएं। सबसे अहम बात यह है कि आप नियमित और डिसिप्लिन के साथ निवेश जारी रखें।
आखिर में यही समझ लीजिए कि अमीर बनने का राज सिर्फ ज्यादा कमाई में नहीं, बल्कि अपनी कमाई का एक तय हिस्सा लगातार और सही जगह निवेश करने में है। अगर आप आज से ही अपनी सैलरी का 30% SIP में लगाना शुरू कर देंगे तो भविष्य में फाइनेंशियल फ्रीडम पाना मुश्किल नहीं होगा।