Kal Ka Mausam, 09 सितंबर 2025, कल का मौसम कैसा रहेगा, Aaj Aur Kal Ka Mausam Kaisa Rahega: मौसम विभाग ने राजस्थान और गुजरात सहित देश के कई इलाकों में आज और कल के साथ ही अगले कुछ दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग की ताजा चेतावनियों ने साफ कर दिया है कि अगले एक हफ्ते तक देश के कई हिस्सों में मौसम काफी चुनौतीपूर्ण रहेगा। गुजरात और राजस्थान में जहां बाढ़ और जलभराव का संकट गहरा सकता है। पूर्वोत्तर और ओडिशा में भी हालात बिगड़ सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें, ताकि नुकसान को कम किया जा सके।
कल का मौसम कैसा रहेगा 09 सितंबर 2025: घनघोर काले बादलों का आसमान में डेरा और मूसलाधार बारिश से अभी मुक्ति नहीं मिली है। भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार कल आने वाले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान और उससे सटे राजस्थान व कच्छ पर बने गहरे दबाव के प्रभाव के कारण, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उत्तरी गुजरात क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। इसके साथ ही सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग स्थानों पर आज यानी सोमवार 8 सितंबर को अत्यंत भारी बारिश की संभावना है। हालांकि, आज के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आने की संभावना है। खासतौर पर बात करें तो गुजरात, राजस्थान, ओडिशा और पूर्वोत्तर के राज्यों में हालात गंभीर बने रहेंगे। मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते समुद्र किनारे के इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत भी दी है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी सतर्क रहने की कहा गया है। मौसम विभाग ने गुजरात और राजस्थान में बारिश से भारी तबाही की आशंका जाहिर की है। पूर्वोत्तर के राज्यों में इस पूरे हफ्ते कई जगहों पर भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त रहेगा। पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड का भी खतरा बना हुआ है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना बड़ सकता है।
कल का मौसम कैसा रहेगा?
ओडिशा में गुरुवार से बारिश का नया दौर शुरू होने की बात कही गई है। जबकि मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में बुधवार से कई जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बात करें दिल्ली-एनसीआर की तो यहां 11 सितंबर तक हल्की बारिश रहेगी। हालांकि, इस दौरान राजधानी और आसपास के इलाकों में पारा 33 से 36 के बीच रहने की संभावना है। अगले कुछ दिन दिल्ली में तेज हवाएं चलने के कारण उमस से राहत रहेगी।
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में आज यानी 8 सितंबर को कई इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा 12 और 13 सितंबर को भी उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा अन्य इलाकों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 12 और 13 सितंबर को और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 11 व 12 सितंबर को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
देश की राजधानी नई दिल्ली के साथ ही आसपास के NCR के इलाकों में आज यानी सोमवार 8 से 11 सितंबर तक हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत जैसे इलाकों में लगातार बारिश के चलते तापमान भी कम रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में तेज हवाएं चलेंगी, जिससे उमस से राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में गुजरात में भारी बारिश का प्रकोप देखने को मिला है। गुजरात के कई इलाकों में 30 सेंटीमीटर या इससे ज्यादा तक की भारी बारिश देखने को मिली है। सौराष्ट्र और कच्छ के कई इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर आज और कल 21 सेमी या इससे ज्यादा बारिश की संभावना जताई गई है। पिछले 24 घंटों में गुजरात के बनासकांठा जिले के सुईगाम में 40 सेमी और भाभर में 35 सेमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस क्षेत्र के लिए बेहद असाधारण मानी जा रही है।
राजस्थान का मौसम
मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के भी कई इलाकों में 21 सेंटीमीटर या इससे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। खासतौर पर पूर्वी राजस्थान में बारिश का भीषण प्रकोप अब तक देखने को मिला है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान में भी कई इलाकों में 12-20 सेंटीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है। राज्य के माउंट आबू (सीतनगर तहसील) में पिछले 24 घंटे में 25 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। पश्चिमी राजस्थान के जालौर और बाड़मेर में भी 10 से 12 सेमी तक बारिश हुई है। मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि निचले इलाकों में जलभराव, सड़कों पर बाढ़ और ग्रामीण इलाकों में फसलों को नुकसान भी हो सकता है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में 14 सितंबर को भारी बारिश की संभावना है। वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश में 10, 11 और 13 सितंबर को और विदर्भ क्षेत्र में 11-13 सितंबर तक भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह छत्तीसगढ़ में आज यानी सोमवार 8 सितंबर से 14 सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग ने 8 से 14 सितंबर तक उप हिमालयी पश्चिमी बंगाल में और 8 से 13 सितंबर तक बिहार के साथ ही 10 से 13 सितंबर तक ओडिशा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अलावा 8-10 सितंबर तक उप हिमालयी पश्चिम बंगाल के साथ ही 11 और 12 सितंबर को ओडिशा में भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
तमिलनाडु सहित दक्षिण भारत में मौसम का हाल
मौसम विभाग के अनुसार तमिलनाडु में 8 से 10 सितंबर तक कई इलाकों में 30-40 की स्पीड से हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा केरल और माहे में 9-10 सितंबर, तटीय आंध्र प्रदेश में 8-12 सितंबर, अंदरूनी कर्नाटक में 10 सितंबर, रायलसीमा में 11 और 12 सितंबर व तेलंगाना में 10-14 सितंबर तक भारी बारिश हो सकती है।
इन राज्यों में भी बारिश थम नहीं रही
सिक्किम के कई इलाकों में 20 सेमी तक बारिश हुई है। इसके अलावा पंजाब, असम, नागालैंड, तटीय आंध्र प्रदेश, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान 7-11 सेमी तक बारिश रिकॉर्ड हुई है। IMD के अनुसार 8-14 तक सिक्किम में 10-11 सितंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है। उत्तर पूर्वी राज्यों में नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 8, 9 और 11-14 सितंबर तक, अरुणाचल प्रदेश में 9 से 14 सितंबर और असम व मेघालय में 8 से 14 सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय 12 से 14 और नागालैंड व मणिपुर में 11 व 12 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है।
पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, सड़कें बाधित होने और नदियों का जलस्तर बढ़ने की भी संभावना है। लोगों को नदी किनारे और भूस्खलन के कतरे वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
मछुआरों और किसानों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को 8 से 13 सितंबर तक समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है। गुजरात तट, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में समुद्र में ऊंची लहरें उठने और तेज हवाएं चलने की संभावना है। ऐसे में समुद्र में जाना आपकी जान के लिए खतरनाक हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि अतिरिक्त पानी फसलों से निकालें और खासकर कपास, मूंगफली, धान और दलहनों को नुकसान से बचाने के लिए उचित इंतजाम करें। वहीं, बागवानी और पशुपालन से जुड़े लोगों को भी फसल व चारे को सुरक्षित रखने की सलाह दी गई है।