म्यांमार, श्रीलंका, बांग्लादेश के बाद अब नेपाल, बीते 4 साल में तख्तापलट-बगावत की भेंट चढ़ गईं ये सरकारें
नेपाल की सरकार ने बीते दिनों फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित 26 मीडिया प्लेटफॉर्मों पर बैन लगा दिया। खास बात यह है कि ओली सरकार ने यह बैन सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए लगाया लेकिन बैन का यह फैसला किशोर एवं युवा पीढ़ी को पसंद नहीं आया। वह इसके खिलाफ सोमवार को सड़कों पर उतर आई और हिंसक प्रदर्शन किया।
नेपाल में 9 सितंबर को ओली सरकार का हुआ तख्तापलट। तस्वीर-AP
नेपालनेपाल की सरकार ने बीते दिनों फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित 26 मीडिया प्लेटफॉर्मों पर बैन लगा दिया। खास बात यह है कि ओली सरकार ने यह बैन सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए लगाया लेकिन बैन का यह फैसला किशोर एवं युवा पीढ़ी को पसंद नहीं आया। वह इसके खिलाफ सोमवार को सड़कों पर उतर आई और हिंसक प्रदर्शन किया। इस विरोध-प्रदर्शन में कम से कम 19 लोगों की मौत हुई। मृतकों की यह संख्या गुरुवार को बढ़कर 35 तक पहुंच गई। हिंसा एवं उपद्रव को देखते हुए ओली सरकार ने सोशल मीडिया से बैन तो हटा लिया लेकिन बैन हट जाने के बाद हिंसक विरोध-प्रदर्शन बंद नहीं हुआ। अगले दिन यानी मंगलवार को यह और भी तेज हो गया।
नेपाल में अंतरिम सरकार का गठन होगा। तस्वीर-AP
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बांग्लादेशकरीब एक साल पहले बांग्लादेश में भी हिंसा, उत्पात, आगजनी का नेपाल जैसा ही नजारा देखने को मिला था। आरक्षण, भ्रष्टाचार, आर्थिक बदहाली और विरोधियों को दबाए जाने के खिलाफ बांग्लादेश के छात्रों ने हसीना सरकार के खिलाफ बगावत कर दी। सरकार विरोधी इस मुहिम में बाद में कट्टरपंथी तत्व भी शामिल हो गए। पांच अगस्त 2024 को प्रदर्शनकारियों ने हसीना के सरकारी आवास पर धावा बोल कर वहां जमकर उत्पात मचाया।
5 अगस्त 2024 को हसीना सरकार का हुआ तख्तापलट। तस्वीर-AP
म्यांमारभारत के इस पड़ोसी देश में 2021 में सेना ने तख्तालपट कर दिया। यहां तख्तापलट भ्रष्टाचार के खिलाफ हुआ। लोकतंत्र समर्थकों पर कार्रवाई हुई। म्यांमार की सेना जिसे जुंटा कहा जाता है, उस पर लोकतंत्र समर्थकों पर ज्यादती करने के आरोप लगे। तब से यहां सेना का शासन है। म्यांमार कभी लोकतांत्रिक रूप से उभरता हुआ देश था लेकिन अब यह आपसी टकराव और संघर्ष से घिर चुका है।
म्यांमार में है जुंटा का शासन। तस्वीर-AP
श्रीलंकाजुलाई 2022 में श्रीलंका में जनता सरकार के खिलाफ हो गई। महंगाई, भ्रष्टाचार और लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था से हताश और निराश लोग राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के खिलाफ सड़कों पर आ गए। लोग राष्ट्रपति भवन में घुस गए और वहां तोड़फोड़ मचाया। गोटाबाया को यहां से जान बचाकर भागना पड़ा। कुछ समय बाद आई नई सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई अहम कदम उठाए। खासकर भारत सरकार ने खाने-पीने की चीजों से लेकर जरूरत की चीजें वहां भेजीं। आज श्रीलंका आर्थिक रूप से स्थिर है और आगे बढ़ रहा है।
श्रीलंका में गोटाबाया को राष्ट्रपति पद से देना पड़ा इस्तीफा। तस्वीर-AP
पाकिस्तानपाकिस्तान में अप्रैल 2022 में 'नो कॉन्फिडेंस मोशन' यानी अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान को सत्ता से बाहर किया गया। यहां सेना के दबाव में इमरान सरकार को समर्थन देने वाली पार्टियों ने अपना समर्थन वापस ले लिया। अविश्वास प्रस्ताव पेश होने पर इमरान खान अपनी सरकार बचा नहीं पाए और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। बाद में अगस्त 2023 में भ्रष्टाचार के मामलों में उनकी गिरफ्तारी हुई। इस पर पीटीआई के समर्थक सड़कों पर आ गए और सेना के कमांडरों के आवास और सेना कार्यालय पर हमले किए।
पाकिस्तान में इमरान खान को सत्ता छोड़नी पड़ी। तस्वीर-AP
अफगानिस्तान
अफगानिस्तान में अशरफ घानी को देश छोड़कर भागना पड़ा। तस्वीर-AP
आलोक कुमार राव न्यूज डेस्क में कार्यरत हैं। यूपी के कुशीनगर से आने वाले आलोक का पत्रकारिता में करीब ...और देखें
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