Gyan Bharatam Portal: क्या है 'ज्ञान भारतम' पोर्टल? पांडुलिपियों के संरक्षण में इसे क्यों माना जा रहा अहम
Gyan Bharatam Portal: 'ज्ञान भारतम' पोर्टल का उद्देश्य प्राचीन भारतीय पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण और संरक्षण में तेजी लाना तथा उनमें निहित पारंपरिक ज्ञान के प्रसार को बढ़ाना है। जानिए और क्या-क्या हैं इसकी खासियतें...
'ज्ञान भारतम' पोर्टल भारत सरकार की खास पहल (फोटो: टाइम्स नाउ नवभारत)
पांडुलिपियों को डिजिटल प्रारूप में सुरक्षित रखा जाएगा
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क्या है ज्ञान भारतम? (What is Gyan Bharatam)
क्या हैं ज्ञान भारतम के उद्देश्य
क्या है इसके उद्देश्य (What is its Purpose)
- भारत की ज्ञान परंपरा को पुनर्जीवित करना।
- दुर्लभ और मूल्यवान पांडुलिपियों को डिजिटल रूप में संरक्षित करना।
- संरक्षण यानी कि पुराने और दुर्लभ पाण्डुलिपियों को प्राकृतिक या अन्य खराबी से बचाना।
- दस्तावेजीकरण यानी उनकी पहचान करना, लिपि, भाषा, सामग्री आदि का रिकॉर्ड तैयार करना।
- पांडुलिपियों को स्कैन कर डिजिटल प्रारूप में सुरक्षित करना ताकि इंटरनेट के माध्यम से भी देखा जा सके।
- शोधकर्ताओं, छात्रों और आम नागरिकों को इनका ऑनलाइन एक्सेस देना।
- भारत को फिर से वैश्विक ज्ञान परंपरा का मार्गदर्शक बनाना।
- अत्याधुनिक डिजिटलीकरण तकनीक, मेटाडेटा मानक, और AI आधारित संरचना का उपयोग किया जा रहा है।
- विशेष कार्य समूह बनाए गए हैं जो संरक्षण, कानूनी ढांचे, सांस्कृतिक कूटनीति और लिपि विश्लेषण जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
जान लें कि क्या है इसका महत्व (What is its Importance)
आखिर क्यों पड़ी इसकी आवश्कता?
आखिर क्यों पड़ी इसकी आवश्कता
इसके फायदे क्या होंगे (What Will its Benefits)
- डिजिटलीकरण और आसान पहुंच
- पोर्टल के माध्यम से इन्हें स्कैन करके ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा।
- इसका फायदा होगा कि मूल पांडुलिपि बिना छुए-छेड़े सुरक्षित रहेगी और लोग उसकी डिजिटल कॉपी देख सकेंगे।
- प्रमाणीकरण व दस्तावेज़ीकरण
- पोर्टल हर पांडुलिपि का केंद्रीकृत रिकॉर्ड तैयार करेगा
- इससे भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा का व्यवस्थित डाटाबेस बनेगा।
रवि वैश्य 'Times Now नवभारत' डिजिटल के 'न्यूज डेस्क' में Assistant Editor के रूप कार्यरत हैं, 'खबरों...और देखें
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