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बरसात और बाढ़ की वजह से भरा पानी है सेहत के लिए खतरा, बन सकता है इन खतरनाक बीमारियों की वजह, जान लें बचाव

Logging Water Borne Diseases In Hindi: देश में इस बार भारी बारिश की वजह से कई राज्यों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। जगह-जगह पर जलभराव की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बारिश या बाढ़ के कारण जमा होने वाला यह पानी आपके स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक हो सकता है? आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि इसकी वजह से कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जानिए ऐसे में आप कैसे अपना और अनपों के स्वस्थ का ख्याल रख सकते हैं।
Logging Water Borne Diseases In Hindi

Logging Water Borne Diseases In Hindi (फोटो: Istock)

तस्वीर साभार : TN Innovations

Logging Water Borne Diseases In Hindi: बरसात और बाढ़ का मौसम हर साल कई स्थानों पर तबाही मचाता है। जब इसकी वजह से पानी भर जाता है, तो यह न केवल जीवन को प्रभावित करता है बल्कि स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरे पैदा करता है। जलभराव के कारण कई प्रकार की बीमारियां फैलने लगती हैं, जिनमें जलजनित और मच्छर जनित रोग शामिल हैं। जल में रहने वाले बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलते हैं, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, बाढ़ के बाद की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच भी बाधित होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि बरसात और बाढ़ से उत्पन्न जलभराव से कौन-कौन सी बीमारियाँ फैल सकती हैं और उनसे बचाव के क्या उपाय हैं।

जलभराव के कारण हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां - Logging Water Borne Diseases In Hindi

जलजनित रोग

बाढ़ के दौरान पानी में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। यह प्रदूषित पानी कई जलजनित रोगों का कारण बन सकता है, जैसे कि हैजा, टाइफाइड और लेप्टोस्पायरोसिस। जब लोग इस पानी का सेवन करते हैं या इससे संपर्क करते हैं, तो ये रोग तेजी से फैल सकते हैं। विशेष रूप से, बच्चों और बुजुर्गों में इन रोगों का खतरा अधिक होता है।

मच्छर जनित रोग

बाढ़ के बाद पानी ठहर जाता है, जो मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बनाता है। इससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है। ये रोग बहुत जल्दी फैलते हैं और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। मच्छरों से बचाव के लिए, घर के आस-पास पानी को जमा न होने दें और मच्छरदानी का उपयोग करें।

सांस संंबधी संक्रमण

बाढ़ के दौरान, लोग अस्थायी आश्रयों में रहने को मजबूर होते हैं, जहाँ भीड़भाड़ और अस्वच्छता के कारण श्वसन संबंधी संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है। फ्लू, निमोनिया और तपेदिक जैसी बीमारियाँ इन परिस्थितियों में तेजी से फैल सकती हैं। इनसे बचने के लिए उचित स्वच्छता का ध्यान रखना और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित करना आवश्यक है।

स्किन और फंगल संक्रमण

बाढ़ के पानी में प्रदूषक और बैक्टीरिया होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण का कारण बन सकते हैं। फंगल संक्रमण, जैसे कि डर्माटोफाइटोसिस, भी आम हैं। यदि किसी को जलभराव में चोट लगती है, तो संक्रमित होने का खतरा और बढ़ जाता है। इसलिए, ऐसे घावों को साफ और सूखा रखना आवश्यक है।

बचाने के लिए अपनाएं ये उपाय

बाढ़ के समय अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है जैसे,

  • हमेशा स्वच्छ पानी का सेवन करें और सुनिश्चित करें कि आप जिस पानी का उपयोग कर रहे हैं, वह साफ हो।
  • मच्छरदानी का उपयोग करें और घर के आस-पास पानी जमा न होने दें।
  • अगर आप बाढ़ के कारण किसी अस्थायी आश्रय में हैं, तो स्वच्छता का ध्यान रखें।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें।

बरसात और बाढ़ का मौसम स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे पैदा कर सकता है। जलजनित और मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जो जीवन को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, सभी को सावधानी बरतने और उचित बचाव के उपायों को अपनाने की आवश्यकता है। इस तरह, हम अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं और बाढ़ के बाद की स्थिति में होने वाले जोखिमों को कम कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

विनीत टाइम्स नाऊ नवभारत डिजिटल में फीचर डेस्क के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़े हैं। वे मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। इन्हें हेल्थ, फिटनेस और न्य...और देखें

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