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Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में AIR Force राहत और बचाव कार्य के लिए तैयार, अब तक 60 लोगों की मौत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के मद्देनजर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
Kishtwar Cloudburst Rescue

किश्तवाड़ में राहत और बचाव कार्य जारी (फोटो: ANI Video Grab)

Kishtwar Cloudburst Rescue: भारतीय वायु सेना जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की त्रासदी के बाद राहत और बचाव अभियान में शामिल होने के लिए तैयार है और इसके लिए दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर और एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर जम्मू और उधमपुर में तैयार खड़े हैं। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।एक सूत्र ने बताया कि मौसम की अनुकूल स्थितियों के साथ ही हेलीकॉप्टरों को अभियान में तैनात किया जाएगा।

इस घटना में अब तक कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है और 100 से अधिक लोग घायल हैं।अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि अब तक बरामद किए गए शवों में से 30 की पहचान कर ली गई है।

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किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर पहाड़ी गांव चशोती में बृहस्पतिवार को बादल फटने से यह हादसा हुआ। मचैल माता मंदिर जाने वाले मार्ग में पड़ने वाले चशोती गांव में यह आपदा अपराह्न 12 बजकर 25 मिनट पर आई। जिस समय हादसा हुआ, उस समय मचैल माता मंदिर यात्रा के लिए वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र थे। यह यात्रा 25 जुलाई को आरंभ हुई थी और पांच सितंबर को समाप्त होनी थी।

प्रधानमंत्री ने हरसंभव सहायता का वादा किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात की और किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के मद्देनजर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इस घटना में अब तक कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हैं।

बादल फटने से यह हादसा हुआ

किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर पहाड़ी गांव चशोती में बृहस्पतिवार को बादल फटने से यह हादसा हुआ। मचैल माता मंदिर जाने वाले मार्ग में पड़ने वाले चशोती गांव में यह आपदा अपराह्न 12 बजकर 25 मिनट पर आई। जिस समय हादसा हुआ, उस समय मचैल माता मंदिर यात्रा के लिए वहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र थे। यह यात्रा 25 जुलाई को आरंभ हुई थी और पांच सितंबर को समाप्त होनी थी।अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि अब तक बरामद किए गए शवों में से 30 की पहचान कर ली गई है।

मृतकों में CISF के दो जवान भी शामिल

इससे पहले, श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए, अब्दुल्ला ने कहा कि बादल फटने की दुखद घटना में कम से कम 60 लोग मारे गए हैं और 100 से ज्यादा घायल हुए हैं।मृतकों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के दो जवान भी शामिल हैं। मृतकों की पहचान के लिए, अधिकारियों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्रभावित परिवारों के साथ उनकी तस्वीरें साझा कीं, जिसके परिणामस्वरूप 30 लोगों की पहचान हो पाई।

अब तक 160 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है

अधिकारियों ने बताया कि अब तक 160 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है और उनमें से 38 की हालत गंभीर बताई जा रही है।अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि और लोगों के फंसे होने की आशंका है।केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन ने लोगों और तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए चशोती से लगभग 15 किलोमीटर दूर पद्दार में एक सहायता डेस्क स्थापित किया है।

69 लोगों का पता लगाने की कोशिशें जारी

अधिकारियों ने बताया कि त्रासदी के बाद से सहायता डेस्क को संकट के कई कॉल प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि कॉल के आधार पर अधिकारी लापता बताए गए 69 लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।

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रवि वैश्य author

रवि वैश्य 'Times Now नवभारत' डिजिटल के 'न्यूज डेस्क' में Assistant Editor के रूप कार्यरत हैं, 'खबरों के संसार' में काम करते हुए करीब 20 साल से ज्यादा ...और देखें

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