दुनिया का सबसे छोटा युद्ध, जानें कब, क्यों और किसके बीच लड़ा गया
आज हम आपको एक ऐसे युद्ध के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसे इस दुनिया का सबसे छोटा युद्ध माना जाता है। यह युद्ध कब, क्यों और किसके बीच हुआ था, इस बारे में भी हम आपको बताएंगे।

विनाश लाते हैं युद्ध
युद्ध किसी के लिए भी सही नहीं होता। युद्ध एकदम लास्ट ऑप्शन होता है। अगर कोई रास्ता नहीं बचता तो हमें युद्ध करना पड़ता है। इतिहास में कई तरह के युद्धों का जिक्र मिलता है। जिनमें से कई बेहद विनाशकारी साबित हुए। जैसे कि वर्ल्ड वॉर वन और वर्ल्ड वॉर टू, इसके अलावा महाभारत जैसा युगांत युद्ध जो आज तक न हुआ और ना ही कभी होगा।

सालों-साल भी चलते रहते हैं युद्ध
युद्ध जब एक बार शुरू हो जाता है तो ये कई दिनों, कई महीनों या फिर कई सालों तक चलता है। अब आप हाल में ही हो रहे रूस और यूक्रेन युद्ध पर एक नजर डाल लीजिए। जो 4 सालों से चल ही रहा है और इसका कोई निष्कर्ष आज तक नहीं निकला।

दुनिया का सबसे छोटा युद्ध
सालों-साल चल रहे युद्धों के इतर आज हम आपको एक ऐसे युद्ध के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस दुनिया के सबसे छोटे युद्ध के तौर पर जाना जाता है। ये युद्ध इतना छोटा है कि इसकी अवधि घंटे भर से भी कम थी।

कौन सा है यह युद्ध
तो चलिए अब हम आपको इस युद्ध के बारे में बताते हैं। दरअसल, दुनिया का सबसे छोटा युद्ध एंग्लो-जांजीबार युद्ध को माना जाता है। जो 27 अगस्त 1896 को ब्रिटिश साम्राज्य और जांजीबार के सुल्तान खालिद बिन बरगश के बीच लड़ा गया था। यह युद्ध मात्र 38 से 45 मिनट तक चला था।

युद्ध का कारण
इस युद्ध के शुरू होने के पीछे की वजह ये थी कि जांजीबार के सुल्तान ने ब्रिटिश समर्थक पिछले सुल्तान की मृत्यु के बाद सिंहासन छोड़ने से इनकार कर दिया, जिसके बाद ब्रिटिश क्रूजर ने सुल्तान के महल पर गोलीबारी शुरू कर दी।

राजा को मिली थी सिंहासन छोड़ने की चेतावनी
दरअसल, बात ऐसी थी कि ब्रिटिश समर्थन वाले सुल्तान की मृत्यु के बाद खालिद बिन बरगश ने सिंहासन पर कब्जा कर लिया। सिंहासन पर बरगश का कब्जा ब्रिटिश सरकार को पसंद नहीं आया और उन्होंने खालिद बरगश को सिंहासन छोड़ने की चेतावनी दे डाली। लेकिन बरगश ने उनकी बात नहीं मानी।

युद्ध का घटनाक्रम और परिणाम
बरगश की इस गुस्ताखी से युद्ध की नौबत आ गई। जिसके बाद ब्रिटिश नौसेना के जहाजों ने सुल्तान के महल पर बमबारी शुरू कर दी। युद्ध में जांजीबार के 500 से अधिक सैनिक मारे गए या फिर घायल हो गए। खुद के लोगों के मारे जाने के बाद बरगश को वहां से भागना पड़ा और उसके बाद ब्रिटिशर्स ने उस महल पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया। यह युद्ध 38 से 45 मिनट तक चला था और ये तुरंत ही समाप्त हो गया इसलिए इस युद्ध को इतिहास का सबसे छोटा युद्ध माना जाता है और ये रिकॉर्ड बन गया।

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