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क्या है रेयर अर्थ मिनरल्स? इसके बिना थम जाएगी दुनिया, चीन ने कैसे हासिल किया एकाधिकार?

दुनिया में चीन में दुर्लभ पृथ्वी खनिजों यानी अर्थ मेटल का सबसे बड़ा भंडार है और वह रेयर मैग्नेट का प्रमुख निर्यातक है। चीन ने इनमें से सात तत्वों और तैयार चुम्बकों के निर्यात प्रतिबंध लगा दिया है और निर्यात लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है।

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What Are Rare Earth Minerals: रेयर अर्थ मेटल यानी रेयर मिनरल को लेकर इन दिनों पूरी दुनिया में घमासान मचा हुआ है। चीन का इस पर एकाधिकार बना हुआ है। हाल ही में चीन ने दुनिया को तब चिंता में डाल दिया जब उसे ऐलान किया कि वह अर्थ मिनरल का एक्सपोर्ट रोक रहा है। अधिकतर इलेक्ट्रोनिक उत्पादों में इनका इस्तेमाल होता है, ऐसे में अगर चीन अपना हाथ खींच ले तो दुनिया का चिंता में आ जाना लाजिमी है। आइए जानते हैं कि क्या है रेयर अर्थ मेटल और क्यों चीन का इस पर एकाधिकार बना हुआ है।

क्या हैं रेयर अर्थ मिनरल्स?

चीन में दुर्लभ खनिजों का भंडार

दुनिया में चीन में दुर्लभ पृथ्वी खनिजों यानी अर्थ मेटल का सबसे बड़ा भंडार है और वह रेयर मैग्नेट का प्रमुख निर्यातक है। चीन ने इनमें से सात तत्वों और तैयार चुम्बकों के निर्यात प्रतिबंध लगा दिया है और निर्यात लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है। इन उत्पादों का उपयोग रक्षा में नहीं किया जाएगा या अमेरिका को फिर से निर्यात नहीं किया जाएगा। डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ को लेकर उसके साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर चीन ने ये फैसला लिया।

क्या हैं रेयर अर्थ मिनरल्स?

जिन खनिजों में प्रमुख धातु घटकों के रूप में दुर्लभ मृदा तत्वों यानी रेयर अर्थ एलिमेंट (REEs) की की बड़ी मौजूदगी होती है, उन्हें दुर्लभ मृदा खनिज कहा जाता है। ये खनिज आरईई का प्राथमिक स्रोत हैं। आरईई में शामिल 17 तत्व स्कैंडियम, यट्रियम, लैंटानम, सेरियम, प्रेजोडियम, नियोडिमियम, प्रोमेथियम, सैमरियम, यूरोपियम, गैडोलिनियम, टेरबियम, डिस्प्रोसियम, होल्मियम, एर्बियम, थुलियम, यटरबियम और ल्यूटेटियम हैं। दुर्लभ मृदा खनिजों के कुछ उदाहरण, जिनमें इन आरईई के भंडार होते हैं- बास्टनासाइट, मोनाजाइट, जेनोटाइम, लोपेराइट और लैटेराइट आयन-सोखने वाली मिट्टी हैं।

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