Operation Kalanemi: उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमी के तहत बहरूपियों पर शिकंजा जारी!

आईजी लॉ एंड आर्डर नीलेश आनंद भरणे
उत्तराखंड सरकार ने बहरूपियों की गिरफ़्तारी को लेकर ऑपरेशन कालनेमि शुरू की है। पिछले डेढ़ माह के दौरान पुलिस ने कुल 5500 से अधिक लोगो का सत्यापन किया है, जहां 14 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 1182 व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की गई है। ऑपरेशन कालनेमि में सबसे ज्यादा मामले 2704 हरिद्वार जनपद में सामने आए हैं। ऑपरेशन कालनेमि के दौरान बांग्लादेशी व्यक्ति को भी हिरासत में लेकर वापस भेजा गया है। प्रवक्ता पुलिस हेडक्वार्टर और आईजी लॉ एंड आर्डर नीलेश आनंद भरणे ने आंकड़ों को जारी करते हुए स्पष्ट किया कि ऑपरेशन कालनेमि लगातार जारी रहेगा। साथ ही अब निशाने पर सोशल मीडिया भी होगी जहां पर फेक आईडी बनाकर गलत काम किया जा रहा है।
'ऑपरेशन कालनेमि' अभियान फर्जी साधु-संतों, ढोंगी बाबाओं, पीर-फकीरों और बहुरूपियों के खिलाफ है, जो धार्मिक भेष धारण करके लोगों को ठगते हैं, धार्मिक भावनाओं का शोषण करते हैं, धर्मांतरण करवाते हैं या अन्य अपराधों में लिप्त रहते हैं। इसका नाम रामायण के राक्षस "कालनेमि" से प्रेरित है, जो छल-कपट से लक्ष्मण पर हमला करने वाला था—यह अभियान देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को बचाने के लिए "सभ्यतागत रक्षा" का प्रतीक है। अभियान चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा और सावन जैसे पर्वों के दौरान विशेष रूप से सक्रिय है, जिसमें आधार कार्ड सत्यापन, एआई निगरानी (हरिद्वार में 350+ कैमरे) और चेकपॉइंट जांच शामिल हैं।
उत्तराखण्ड के सीएम उसका सिंह धामी ने जुलाई में "आपरेशन कालनेमी" की शुरुआत की थी। जुलाई से सितंबर 2025 तक की उपलब्ध जानकारी पर आधारित है। आंकड़े अभी तक की गई पुलिसिया कार्रवाई से संकलित हैं, और अभियान निरंतर चल रहा है, इसलिए संख्या बढ़ सकती है। कुल मिलाकर, अब तक 5,500 से अधिक सत्यापन हो चुके हैं, 300 से अधिक गिरफ्तारियाँ हुई हैं, और 1,182 से अधिक निरोधात्मक कार्रवाइयाँ की गई हैं।
काल नेमी ऑपरेशन की घटनाएँ (टाइमलाइन)
10 जुलाई 2025: अभियान की शुरुआत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यव्यापी अभियान की घोषणा की। उद्देश्य: फर्जी बाबाओं को पकड़ना जो चारधाम यात्रा के दूसरे चरण के दौरान तीर्थयात्रियों का शोषण कर रहे थे। जूना अखाड़ा और अखंड परशुराम अखाड़ा जैसे संगठनों ने समर्थन दिया और साधुओं के लिए आधार सत्यापन की मांग की। शुरुआती निर्देश: सभी जिलों में पुलिस को सतर्क रहने और संदिग्धों की दस्तावेज़ जाँच करने के आदेश।
12-13 जुलाई 2025: प्रारंभिक कार्रवाइयाँ और पहली बड़ी गिरफ्तारियाँ
अभियान शुरू होने के 48 घंटों के भीतर 50 से अधिक ढोंगियों को गिरफ्तार किया गया। देहरादून में 144 गिरफ्तारियाँ, हरिद्वार में 50, और उधम सिंह नगर में 65 फर्जी बाबा पकड़े गए। कुल 259 गिरफ्तारियाँ दर्ज की गईं, जिनमें 23 अन्य राज्यों से थे। एक प्रमुख घटना: देहरादून में बांग्लादेशी नागरिक रुकमा राकम उर्फ शाह आलम को हिंदू साधु के भेष में गिरफ्तार किया गया, जो ठगी और पहचान छिपाने का दोषी था। उधम सिंह नगर में 66 पीर-फकीर पकड़े गए। सोशल मीडिया पर #OperationKalnemi ट्रेंड करने लगा, और देशभर से समर्थन मिला।
14 जुलाई 2025: 100 से अधिक गिरफ्तारियाँ और विस्तार
कुल गिरफ्तारियाँ 100 से अधिक हो गईं। अभियान को "सनातन संस्कृति की रक्षा" के रूप में प्रचारित किया गया। हरिद्वार कांवड़ मार्ग पर भगवा वेश में ठगी करने वाले 38 पाखंडी पकड़े गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि की पवित्रता पर कोई समझौता नहीं होगा।
15 जुलाई 2025: 200 से अधिक ढोंगी जेल पहुँचे
राज्य में 200 से अधिक फर्जी बाबा जेल भेजे गए। अभियान ने लव जिहाद, लैंड जिहाद और थूक जिहाद जैसे मुद्दों पर भी फोकस किया। मीडिया पर सीएम धामी ने अभियान की आवश्यकता समझाई, जिसमें उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम (2018) का उल्लेख किया गया।
25 जुलाई 2025: मध्य-जुलाई की प्रगति
13 जिलों में 2,448 संदिग्ध साधुओं का सत्यापन। 377 विशेष संदिग्ध चिह्नित, और 140 से अधिक फर्जी साधु गिरफ्तार। हरिद्वार में सबसे अधिक कार्रवाई। अभियान को ऐतिहासिक बताया गया, जो समाज में विश्वास जगाने वाला साबित हुआ।
अगस्त 2025 (मध्य तक): विस्तार और अंतरराष्ट्रीय तत्वों पर कार्रवाई
कुल सत्यापन 4,000 से अधिक हो गए। गिरफ्तारियाँ 300 से अधिक। प्रमुख जिले:
हरिद्वार: 2,301 सत्यापन, 162 गिरफ्तारियाँ।
देहरादून: 865 सत्यापन, 113 गिरफ्तारियाँ (शाह आलम सहित)।
उधम सिंह नगर: 167 सत्यापन, 17 गिरफ्तारियाँ।
एक बांग्लादेशी नागरिक को पहचान सत्यापन के बाद बीएसएफ के सहयोग से निर्वासित किया गया। पौड़ी गढ़वाल में 7 साधु वेशधारी गिरफ्तार। अभियान में ठगी, धोखाधड़ी और धर्मांतरण के मामलों का पर्दाफाश हुआ।
31 अगस्त - 5 सितंबर 2025: हालिया गिरफ्तारियाँ
ऑपरेशन के तहत 3 फर्जी बाबा गिरफ्तार, जो महिलाओं और युवाओं को गुमराह कर रहे थे। उधम सिंह नगर और अन्य जिलों में निरंतर चेकिंग।
6-7 सितंबर 2025: वर्तमान स्थिति और नई पहल
कुल सत्यापन 5,500 से अधिक। हालिया 14 गिरफ्तारियाँ (कुल गिरफ्तारियाँ अब 300+ अनुमानित)। 1,182 बहुरूपियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई (चेतावनी, निर्वासन आदि)। हाल ही में 5 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार। पुलिस मुख्यालय पर एसआईटी (विशेष जांच दल) गठित, जिसमें एसटीएफ और इंटेलिजेंस शामिल। भविष्य की योजना: अभियान को और प्रभावी बनाना, चारधाम यात्रा के दौरान विशेष निगरानी। टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और उधम सिंह नगर में सक्रिय कार्रवाई जारी। सभी जिलों को दैनिक रिपोर्ट भेजने के निर्देश। बांग्लादेशी संदिग्धों को बीएसएफ के माध्यम से निर्वासित किया जा रहा है।
अभियान के प्रमुख उद्देश्य और प्रभाव
पहचान छिपाकर अपराध करने वालों (ठगी, धर्मांतरण, शोषण) की पहचान। देवभूमि की धार्मिक छवि बचाना।
प्रभाव: 82 फर्जी बाबा पकड़े गए (प्रारंभिक आंकड़े), लेकिन कुल 300+। सोशल मीडिया पर ट्रेंड, राष्ट्रीय समर्थन। जून अखाड़ा ने आधार अनिवार्य करने की मांग की। कोई बड़ा विवाद नहीं, लेकिन असामाजिक तत्वों पर अंकुश।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। देश (India News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।
पत्रकारिता में 23वर्षों का अनुभव पिछले 19 वर्षों से उत्तराखंड की छोटी से लेकर बड़ी ख़बरों को करने में अहम योगदान एवं सबसे आगे, दिल्ली एनसीआर में जैन ट...और देखें

इंडियन एयरफोर्स ने की इस सिस्टम की मांग, मिलते ही पुराना फाइटर जेट भी करेगा दुश्मनों का सर्वनाश

पालघर तटीय क्षेत्र में तीन संदिग्ध कंटेनर मिले: सुरक्षा और पर्यावरणीय चिंता बढ़ी, अलर्ट पर तटीय गांव

PM मोदी ने उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले भाजपा सांसदों को दिया गुरु मंत्र, कही यह अहम बात

उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सांसदों को पीएम मोदी का गुरु मंत्र

बीजेपी और एनडीए सांसदों को उपराष्ट्रपति चुनाव की बारीकिया सिखाने के लिए आयोजित की जाएगी की कार्यशाला
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited